Shimla-Kalka Fourlane : अब कालका से लेकर शिमला के बीच का सफर काफी मज़ेदार होने वाला है। आपको बता दें आने वाले दो सालों में देश-विदेश से आने वाले पर्यटक और स्थानीय लोग रोमांच से भरे फोरलेन के सफर का आनदं ले पाएंगे। जानकारी के मुताबिक Shimla-Kalka Fourlane का काम करीब 70 फीसदी तक पूरा हो चुका है। इसका निर्माण तीन चरणों में किया जा रहा है और फ़िलहाल सोलन से कैथलीघाट और कैथलीघाट से ढली तक का काम ज़ोरों पर चल रहा है।
आपको बता दें राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण का लक्ष्य है कि 2026 तक इस फोरलेन का काम पूरा कर लिया जाए। Shimla-Kalka Fourlane बनकर तैयार होने के बाद चंडीगढ़ से शिमला का सफर करीब ढाई घंटे में तय किया जा सकेगा। वर्तमान में इस सफर को तय करने में करीब साढ़े तीन घंटे तक का समय लगता है। आपको बता दें इस प्रोजेक्ट के तीसरे चरण यानी कैथलीघाट से शिमला तक फोरलेन तैयार करने में 3914.77 करोड़ रुपये का खर्च आने वाला है।
Shimla-Kalka Fourlane : विश्वस्तरीय केबल स्टे ब्रिज होगा आकर्षण का केंद्र
आपको बता दें तीसरे चरण में बनने वाले 28.45 किमी लम्बे फोरलेन पर 27 पुल, 5 सुरंगें, 1 फ्लाईओवर के साथ-साथ 1 केबल स्टे ब्रिज बनाया जाएगा। NHAI ने दावा किया है कि अगले 2 साल में फोरलेन बनकर तैयार हो जायेगा और वाहनों की आवाजाही शुरू हो जाएगी। वर्तमान में पैकेज-1 के तहत कैथलीघाट से शकराला तक 17 पुलों और 3 सुरंगों के निर्माण का काम प्रगति पर है।
वहीं पैकेज-2 के तहत शकराला से ढली जंक्शन तक करीब 4000 सरकारी और 1161 निजी पेड़ों को हटाने का काम चल रहा है। जानकारी के मुताबिक करीब 40 फीसदी काम हो गया है और मार्च तक पेड़ हटाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद यहां एक विश्वस्तरीय केवल स्टे ब्रिज का निर्माण किया जाएगा। NHAI द्वारा कंपनियों को तेज़ी से काम करने के लिए कहा गया है।