1. अनुकूलित पाचन - पपीते में मौजूद पपेन जैसे एंजाइम प्रोटीन पाचन को बढ़ाते हैं और अपच के जोखिम को कम करते हैं।
2. पोषक तत्वों के अवशोषण में वृद्धि - भोजन के दो घंटे बाद पपीता खाने से पोषक तत्व प्रभावी ढंग से अवशोषित होते हैं।
3. प्राकृतिक विषहरण - पपीते की फाइबर सामग्री प्रभावी रूप से प्राकृतिक विषहरण का समर्थन करती है।
4. रक्त शर्करा नियंत्रण - भोजन के बाद 2 घंटे तक पपीते का सेवन रक्त शर्करा के स्तर में संभावित वृद्धि से बचने में मदद करता है।
5. बढ़ी हुई तृप्ति - पपीते का सेवन पेट भरे होने की भावना में योगदान देता है, जिससे वजन प्रबंधन में सहायता मिलती है।
6. पोषक तत्वों का बेहतर उपयोग - पपीते में मौजूद विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सिडेंट शरीर द्वारा प्रभावी ढंग से उपयोग किए जाते हैं।
7. पाचन संबंधी परेशानी की रोकथाम - पाचन संबंधी असुविधा या सूजन की संभावना कम हो जाती है।