पंजाब: पंजाब में बाढ़ से हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं। लगातार बारिश और नदियों के उफान से अब तक 1400 से अधिक गाँव प्रभावित हो चुके हैं। फसलें पूरी तरह डूबकर बर्बाद हो गई हैं और किसानों की स्थिति चिंताजनक है। ऐसे कठिन समय में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान आज पंजाब पहुँचे और हालात का ज़मीनी स्तर पर जायज़ा लिया।
विशेष बात यह रही कि कृषि मंत्री ने सिर्फ़ हवाई सर्वे तक खुद को सीमित नहीं रखा, बल्कि किसानों का दर्द करीब से समझने के लिए स्वयं पानी में उतरकर स्थिति का निरीक्षण किया। उनके इस कदम ने किसानों और आम जनता के बीच यह संदेश दिया कि सरकार सिर्फ़ औपचारिकता निभाने नहीं, बल्कि वास्तव में किसानों के साथ खड़ी है।
कृषि मंत्री चौहान ने कहा—
“अभी क्षति का आकलन होगा। केंद्र सरकार ने दो केंद्रीय टीमें भेज दी हैं, जो नुकसान का आकलन करेंगी। राज्य सरकार भी अपनी तरफ से असेसमेंट करेगी। मैं केवल इतना ही कहता हूं कि प्रधानमंत्री जी के निर्देश पर आया हूं। संकट की इस घड़ी में अपने पंजाब के साथ, अपने पंजाब के किसान भाइयों और बहनों के साथ, पंजाब की जनता के साथ सरकार डटकर खड़ी है और इस संकट के पार निकालकर ले जाएगी। स्थिति बहुत गंभीर है, संकट भयानक है। जलप्रलय के कारण फसलें पूरी तरह डूबी हैं, तबाह और बर्बाद हो गई हैं। 1400 गाँव पूरी तरह प्रभावित हैं। अभी कपूरथला भी जाने वाला हूँ।”
कृषि मंत्री का यह ज़मीनी जायज़ा इस मायने में भी सराहनीय है कि अक्सर नेता ऐसे हालात में केवल चॉपर से हवाई सर्वे कर औपचारिकता पूरी कर देते हैं। लेकिन इस बार कृषि मंत्री ने किसानों की पीड़ा को नज़दीक से महसूस करने का जो साहस और संवेदनशीलता दिखाई है, उसकी चर्चा हर तरफ़ हो रही है।
