कान का संक्रमण बेहद खतरनाल होता है, ये किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है लेकिन बच्चों में यह समस्या आम बात है ऐसा कभी भी हो सकता है जब बैक्टीरिया या वायरस कान के अंदर वाले हिस्से को संक्रमित करते हैं, जिससे दर्द, बेचैनी और यहां तक कि बुखार जैसे लक्षण भी नजर आते है। कई बार गंभीर इलाज की भी जरूरत पड़ सकती है। हालाँकि इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए आपको घरेलू उपचार मौजूद है लेकिन हम आज एक घरेलू नुस्खा बता रहे है, जो खुद एक्सपर्ट्स की राय से बनाया गया है।
कानों में इंफेक्शन होता क्यों है?
कान में संक्रमण अक्सर कई वजह से होता है, कान के मध्य भाग से गले तक पहुंच जाता है। यह सर्दी, एलर्जी या साइनस जैसी संक्रमण की कारण हो सकता है। कान में तरल पदार्थ जमा हो सकता है जिससे बैक्टीरिया या वायरस पनप सकते हैं और इंफेक्शन हो सकता है। इसके अलावा साँस की बीमारी वाले लोगों को भी कानों में इंफेक्शन होने की संभावना रहती है। कान के इंफेक्शन का कारण मौसमी परिवर्तन भी है। इसमें एलर्जी और सर्दी शामिल हैं, जो कि हर साल मौसम बदलने पर कुछ लोगों को परेशान करता है।
कान के इन्फेक्शन का देशी इलाज
कानों में इन्फेक्शन से बचने के लिए आपको रसोई की इन 2 चीजों का इस्तेमाल कर सकता है। ये दोनों चीजें हैं- लहसुन और सरसों का तेल। कानों को अनदेखा करने से आपको सुनने की शक्ति भी प्रभावित हो सकती है। इसलिए, ज्यादा समस्या होने पर विशेषज्ञ से परामर्श जरूरी है।
लहसुन का नुस्खा
लहसुन में प्राकृतिक बैक्टीरिया मारने वाले गुण होते हैं जो संक्रमण से लड़ने में मदद कर सकते हैं। इस तेल को बनाने के लिए आपको सबसे पहले लहसुन की कुछ कलियों को पीसकर सरसों के तेल में डालकर गर्म करना होगा। तेल ठंडा होने के बाद छानकर, इसकी कुछ बूंदें कानों में डालें।
