हिमाचल प्रदेश के झंडूता विधानसभा क्षेत्र के बागछाल में देश देश का सबसे लम्बा सिंगल स्पैन कैंटीलीवर वाला Bagchal Bridge बनकर तैयार हो चुका है। प्रदेश के 4 जिलों के लोगों को इस ब्रिज के निर्माण से फायदा होगा। आपको जानकारी के लिए बता दें 330 मीटर लम्बा यह ब्रिज केवल दो पिलर पर टिका हुआ है, जिनके बीच की दूरी 185 मीटर है। आपको बता दें पिलरों के बीच की इस दूरी को ही सिंगल स्पैन कैंटीलीवर कहते हैं।
लोक निर्माण विभाग (PWD) के अधिकारियों द्वारा बुधवार को Bagchal Bridge का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करने वाली टीम में हमीरपुर जोन के मुख्य अभियंता इं. जितेंद्र कुमार, बिलासपुर के अधीक्षण अभियंता इं. जीत सिंह ठाकुर, हमीरपुर के अधीक्षण अभियंता इं.विजय चौधरी, अधिशासी अभियंता डिजाइन इं. देवानंद शामिल थे। अधिकारियों ने बताया कि बहुत ही जल्द पुल का उद्घाटन किया जाएगा।
इंजीनियरिंग स्किल्स का बेजोड़ नमूना है Bagchal Bridge
गोबिंद सागर झील पर निर्मित इंजीनियरिंग स्किल्स का बेजोड़ नमूना Bagchal Bridge झंडूता और श्री नयनादेवी जी विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ेगा। हमीरपुर, ऊना और कांगड़ा के कई इलाकों के इस पुल का फायदा मिलेगा और इस पुल से पंजाब सीमा सिर्फ आधे घंटे में पंहुचा जा सकता है। पिछले एक साल में तेज़ी से काम करते हुए इस पुल के 124 मीटर लम्बे हिस्से का निर्माण किया गया है। करीब 55 करोड़ रुपये की लागत से बने इस पुल के निर्माण में 18 साल लगे।
2005 में हुआ था पुल का शिलान्यास
20 अगस्त 2005 को तत्कालीन मुख्यमंत्री स्व. वीरभद्र सिंह द्वारा इस पुल का शिलान्यास किया गया था, जिसके बाद साल 2009 तक इसका निर्माण चला, जिसमें 18 करोड़ रुपये खर्च हुए। इसके बाद निर्माण बंद हो गया और 2016 में हाईकोर्ट द्वारा प्रदेश सरकार को निर्माण कार्य पूरा करने के आदेश जारी किए गए। 32.70 करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान कर इस पुल के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया गया।