भक्तजन गणेश चतुर्थी के दिन शुभ और लाभ के देवता गणेश जी को बड़े ही आदर सत्कार के साथ अपने घर लेकर आते हैं। देश भर में जगह-जगह पंडाल सजाये जाते हैं और अगले 10 दिनों तक बड़ी धूम-धाम से उत्सव मनाया जाता है। इस दौरान प्रतिदिन बाप्पा की पूजा की जाती है ताकि भक्तों को उनका आशीर्वाद प्राप्त हो। 10 दिनों के उत्सव के बाद भक्त पुरे विधि-विधान के साथ बाप्पा को विदा करते हैं। हालाँकि कुछ भक्तों द्वारा डेढ़, तीन, पांच या सात दिन की पूजा के बाद भी बाप्पा को विदाई दी जाती है।
अगर आप भी बाप्पा को घर लेकर आये हैं और उनकी विदाई की तैयारी कर रहे हैं तो आज की यह खबर आपके लिए काफी काम की साबित हो सकती है। आज हम आपको गणपति विसर्जन का पुण्यफल और बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए कुछ विशेष बातें बताने जा रहे हैं। आइए जानते हैं वह कोनसे उपाय हैं जिन्हे करने से गणपति विसर्जन के दौरान आपको बाप्पा का आशीर्वाद प्राप्त हो सकता है।
अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन से पहले पूरे विधि-विधान से बाप्पा की पूजा करनी चाहिए। पूजा के दौरान बाप्पा को लाल पुष्प, सिंदूर, नारियल, मोदक और मोतीचूर के लड्डू आदि अर्पित् करने चाहिए। माना जाता है कि विसर्जन के दौरान बाप्पा को प्रिय भोग चढ़ाने और बांटने से विशेष कृपा होती है।
गणपति विसर्जन के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
गणपति विसर्जन के दिन उनके नाम का जयकारा लगाएं और उन्हें जल में विसर्जित करते समय ‘ॐ यान्तु देवगणा: सर्वे पूजामादाय मामकीम्. इष्टकामसमृद्धयर्थं पुनर्अपि पुनरागमनाय च.” मंत्र का उच्चारण करें। इस मंत्र का उच्चारण करने से आप बाप्पा से 10 दिन तक की गई पूजा को स्वीकार कर दोबारा आने की प्रार्थना करते हैं।
विसर्जन के समय ध्यान रखें कि बप्पा की मूर्ति को धीरे-धीरे आदर के साथ विसर्जित करें। उसे दूर से पानी में न फेंके और मूर्ति को किसी ऐसे स्थान पर विसर्जित न करें, जहां उनका अनादर होने की शंका हो। पूजा के कलश के जल का घर में छिड़काव करें, क्योंकि मान्यता के अनुसार इससे घर की नकारात्मक उर्जा दूर होती है और शुभता और सकारात्मकता फैलती है। पूजा के नारयिल को फोड़कर उसे प्रसाद के रूप में बांटें और खुद भी ग्रहण करें। पूजा में प्रयोग की गई दूर्वा और सुपाड़ी को जल में प्रवाहित करते समय थोड़ा सा बचाकर पूजा में चढ़े सिक्के के साथ लाल कपड़े में बांधकर इसे धन के स्थान पर रखें।
