देश में इस समय लगातार बारिश हो रही है और अधिकतर राज्यों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। पंजाब में भी लगातार भारी बारिश और बाढ़ के चलते तबाही का माहौल बना हुआ है। आपको बता दें लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश के अधिकतर जिलों में बाढ़ के हालात बने हुए हैं। इन हालातों को देखते हुए पंजाब सरकार ने पूरे राज्य को आपदा प्रभावित राज्य घोषित कर दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें बाढ़ और बारिश को ध्यान में रखते हुए सरकार ने 7 सितंबर तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने के आदेश जारी किए हैं। अब तक बाढ़ के चलते अभी तक 37 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
पंजाब में बाढ़ का कहर 1400 से अधिक गांव प्रभावित, सभी 23 जिले बाढ़ग्रस्त घोषित
भारी बारिश और नदियों में उफान के चलते राज्य में हालात गंभीर बने हुए हैं। ताजा जानकारी के अनुसार राज्य के 1400 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। राज्य के मुख्य सचिव के.ए.पी. सिन्हा ने पूरे पंजाब को बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घोषित करते हुए सभी ज़िलों को अलर्ट जारी कर दिया है। जिला उपायुक्तों को आपदा प्रबंधन अधिनियम की धारा 34 के तहत सभी आवश्यक कदम उठाने एवं जरूरी आदेश जारी करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
इसके तहत अधिकारीयों को आपात स्थिति में स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने और राहत एवं बचाव कार्यों को तेज़ी से अंजाम देने में आसानी होगी। प्रशासन द्वारा लोगों को सतर्क रहने और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने की अपील कई गयी है। राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमें तैनात की जा चुकी हैं, वहीं बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने का काम जारी है।
इन गांवों को बाढ़ की मिली चेतावनी
पंजाब में बुधवार को कई क्षेत्रों में बारिश देखने को मिली। अमृतसर में 27.6 मिमी, लुधियाना में 29.8 मिमी, वहीं पठानकोट में 41.2 मिमी, और गुरदासपुर में 94.7 मिमी बारिश दर्ज की गई। भाखड़ा बांध के जलग्रहण क्षेत्र में भारी बारिश के बाद बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के चलते प्रशासन द्वारा सतलुज नदी के पास रहने वाले स्थानीय लोगों को सावधान रहने को कहा गया है। हरसा बेला, बेला रामगढ़, बेला धियानी अपर, बेला धियानी लोअर, एल्गरा, सेंसोवाल, भलान, बेला शिव सिंह, भनम, सिंघपुरा, पलासी आदि गाँवों में बाढ़ की चेतावनी जारी की गई है।
