हाल ही में Himachal Pradesh की सुक्खू सरकार द्वारा पेश किए गए बजट में मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों से लेकर प्रदेश के बुजुर्गों तक सभी के लिए कई बड़ी घोषणाएं की हैं। बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने स्कूलों में बच्चों को स्वच्छ पानी की बोतल मुहैया करवाने तथा घर से दूर के प्राथमिक स्कूलों में पढ़ने जाने वाले बच्चों को घर तक छोड़ने की व्यवस्था करने का एलान किया है। बजट भाषण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि करीब दो तिहाई जिलों में पानी की किल्लत चल रही है।
उन्होंने कहा कि बच्चों को पीने के लिए साफ पानी उपलब्ध करवाने हेतु Himachal Pradesh सरकार प्रदेशव्यापी अभियान चलाएगी। इसके तहत प्रदेश के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले करीब साढ़े आठ लाख बच्चों को स्वच्छ पानी की बोतल उपलब्ध करवाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य के उन क्षेत्रों में जहां 3 से 5 किलोमीटर के दायरे प्राथमिक स्कूल नहीं है बच्चों को नजदीकी स्कूल तक लाने और ले जाने की व्यवस्था करेगी।
Himachal Pradesh के 70 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों के लिए मुफ्त चिकित्सा
इसके अलावा बजट में दिव्यांगजनो की उच्च शिक्षा हेतु सोलन के कंडाघाट में सेंटर आफ एक्सलेंस फॉर एजूकेशन ऑफ दिव्यांगजन की स्थापना का एलान किया गया है। मुख्यमंत्री सुख आरोग्य योजना के तहत Himachal Pradesh के 70 साल से अधिक आयु वाले बुजुर्गों, जो न तो आयकर दे रहे हैं और न पेंशन ले रहे हैं उन्हें मुफ्त चिकित्सा की सुविधा प्रदान की जाएगी। कंडाघाट में एक आदर्श नशा निवारण केंद्र की भी स्थापना की जाएगी।
विधवाओं के बच्चों की उच्च शिक्षा का खर्च उठाएगी सरकार
आपको बता दें इस बजट में मुख्यमंत्री सुख शिक्षा योजना की भी शुरुआत की गई है। इस योजना के तहत ऐसी विधवाओं जिनकी सालाना आय 1 लाख रूपये से कम है उनके 27 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों की उच्च शिक्षा का खर्च प्रदेश सरकार द्वारा उठाया जाएगा। इसके अलावा सरकार की तरफ से विधवा/निराश्रित/तलाकशुदा और अक्षम माता-पिता के बच्चों के आरडी खाते में 18 साल की आयु तक हर महीने 1000 रूपये डाले जाएंगे।