Garlic Price : जैसा कि आप जानते हैं हाल ही में हिमाचल प्रदेश में काफी ज्यादा बारिश और बर्फबारी हुई है। जहां एक तरफ बर्फ़बारी ने टूरिस्ट का ध्यान आकर्षित किया है, वहीं दूसरी तरफ इसकी वजह से प्रदेश में सब्जियों कि कीमतों में काफी इजाफा देखने को मिला है। आपको बता दें टमाटर, लहूसुन और अन्य सब्जियों के दाम काफी बढ़ गए हैं। सबसे ज्यादा इज़ाफ़ा लहूसुन के दामों में देखने को मिला है, जिसकी कीमत 500 रुपये को पार कर गई है।
जानकारी के लिए बता दें पड़ोसी राज्यों से लहूसुन की सप्लाई प्रभावित हुई है, जिसके चलते पर लहसुन के दामों (Garlic Price) पर असर पड़ा है। आपको बता दें प्रशासन ने हिमाचल के मंडी जिले में लहसुन की कीमत 496 रुपये प्रति किलो तय की है। वहीं मार्केट में लहसुन का भाव 500 रुपये किलो तक चला गया है।
इसके अलावा टमाटर और शिमला मिर्च जैसी अन्य सब्जियां भी महंगी हुई हैं। आपको बता दें टमाटर 60 रुपये, शिमला मिर्च 110, भिंड़ी 110, अदरक 150, गाजर 25, मटर 40, गोभी 35, बैंगन 60, लौकी 35, प्याज 25 और मशरूम 150 रुपये किलो तक बिक रहे हैं। आपको बता दें खराब मौसम की वजह से सब्जियों की सप्लाई पर असर पड़ा है। उम्मीद है कि मौसम साफ़ होने के बाद सब्जियों के दामों में कमी देखने को मिल सकती है।
Garlic Price : ये है दाम बढ़ने का कारण
मंडी की एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट कमेटी के चेयरमैन संजीव गुलेरिया ने प्रदेश में लहसुन के दाम बढ़ने को लेकर कहा कि उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से लहुसून की सप्लाई पर प्रभाव पड़ा है। प्रदेश में ज्यादातर लहसुन वहीं से आता है, जिसकी वजह से लहूसुन के रेट (Garlic Price) काफी ज्यादा बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि मंडी और सिरमौर से 10 से 15 दिन बाद लहूसुन की सप्लाई शुरू होगी, जिसके बाद दाम कम हो जाएंगे।
Garlic Price : पिछले साल कम हुआ उत्पादन
वहीं लहूसुन की कीमतें बढ़ने का एक कारण है यह है कि इसके उत्पादन में कमी आई है। आपको बता दें देश के कई हिस्सों में फरवरी के आखिर में लहसुन की नई फसल आती है। फ़िलहाल इस समय पुरानी फसल से आपूर्ति की जा रही है और पिछले साल लहसुन की फसल के उत्पादन में कमी देखने को मिली थी, जिसके चलते पुरानी फसल से पर्याप्त आपूर्ति नहीं हो पाई।