हिमाचल प्रदेश के बालूगंज क्षेत्र में रात को पहाड़ी का अब्दा हिस्सा फिर ढह गया। इससे बस अड्डे से बालूगंज को जोडने वाले सड़क पर क्रॉसिंग के पास मलबा गिरा हुआ दिख रहा है। वही दूसरी तरफ विधानसभा-बालूगंज सड़क का 60 मीटर हिस्सा 60 मीटर तक ढह गया है। इससे मैदान सड़क पूरी तरह से बंद हो गया है।
राजधानी के बालूगंज क्षेत्र में मंगलवार रात 9:00 बजे भूस्खलन क्षेत्र का हिस्सा ढह गया है। इससे बालूगंज-क्रॉसिंग सड़क और विधानसभा-बालूगंज सड़क आवाजाही के लिए पूरी तरह से ठप हो गई है। इस क्षेत्र में देररात हुए भूस्खलन से अब पहाड़ी के ऊपर बने केंद्रीय संस्थान एडवांस स्टडी को भी खतरा पैदा हो गया है।
विधानसभा पहाड़ी इलाकें बालूगंज सड़क पर बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गयी है। भूस्खलन के खतरे को देखते हुए पुलिस रात को भी यहाँ तैनात थी। रात 9:00 बजे पहाड़ी से पहले पत्थर गिरने लगा। पेड़ों समेत पहाड़ी का भरी मलबा निचली और क्रॉसिंग वाली सड़क पर आ पहुंचा। वहाँ तारों में शार्टसर्किट और पत्थर गिरते देख पुलिस ने शिमला चंडीगढ़ सड़क मार्ग पर आवाजाही रोक दी। इससे किसी तरह का जानी नुकसान नहीं हुआ है। पुलिस के अनुसार विधानसभा बालूगंज सड़क का आधा हिस्सा पहाड़ी समेत 200 मीटर नीचे क्रॉसिंग सड़क पर पहुंच गया है। क्रॉसिंग सड़क पर बना रेन शेल्टर भी मलबे में दब गया है। अब इस सड़क पर इतना मलबा आ गया है कि अगले कुछ दिन यह यातायात के लिए बंद रहेगी। विधानसभा बालूगंज सड़क भी अगले कई दिन बंद रहने वाली है।
पार्षद दिलीप थापा ने बताया कि रात के समय पहाड़ी इलाका सड़क समेत नीचे धंस गया है। वहीं दूसरी तरफ को भूस्खलन के कारण यहां अफरातफरी मची रही। लोगों का कहना है कि पक्के डंगे लगाए जाएं तथा ड्रेन सिस्टम को भी सुधारा जाए। वहीं, रात को भी बालूगंज क्रॉसिंग पर पुलिस कर्मचारी तैनात थे ताकि वाहनों की आवाजाही सुरक्षित तरीके से करवाई जा सके।
रात के समय पहाड़ी इलाकें समेत नीचे धंस गया है। वही दूसरी तरफ को भूस्खलन के कारण यहां अफरातफरी मची गयी है l लोगों का कहना है कि पक्के ड्रेन सिस्टम को भी सुधारा जाए। वहीं, रात को भी बालूगंज क्रॉसिंग पर पुलिस कर्मचारी तैनात थे ताकि वाहनों की आवाजाही सुरक्षित तरीके से करवाई जा सके।
