हिमाचल में ई-वाहनों को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ई-व्हीकल चार्जिंग स्टेशनों का नेटवर्क बढ़ा रही है। हिमाचल में अभी तक 23 ई चार्जिंग स्टेशन लग चुके है। राज्य सरकार ने इस साल 97 चार्जिंग स्टेशन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। 37 चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए चयनित कंपनियों ने बिजली बोर्ड को पैसा जमा करवा दिया है। लाइन बिछाने व कनेक्शन लेने की एवज में यह पैसा जमा करवाना पड़ता है।
राज्य सरकार ने हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के 7 होटलों में भी चार्जिंग स्टेशन लगाने की जगह फिक्स कर दी गयी है। लेकिन इसमें कमाई की हिस्सेदारी पर पेंच फंसा दिया है वही पर्यटन निगम भी चार्जिंग की एवज में अपनी हिस्सेदारी की मांग कर रहा है। उनका कहना है कि वह जमीन व अन्य इंफ्रास्ट्रकचर मुहैया करवा रहा है।
ई-चार्जिंग स्टेशन लगाने वाली कंपनियां अभी तक तय नहीं कर पाई है कि कमाई का कितना प्रतिशत हिंसा पर्यटन निगम को देना है परिवहन विभाग इसमें मध्यस्थता का कार्य कर रहा है ताकि जल्द ही चार्जिंग स्टेशन बनकर तैयार हो सकें।
तीन कंपनियां लगा रही है चार्जिंग स्टेशन
हिमाचल में तीन कंपनियों को ई चार्जिंग स्टेशन लगाने का जिम्मा दिया गया है इसमें भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल कारपोरेशन व तीसरी हिंदुस्तान पेट्रोलियम तीनों कपंनिया इसका काम देख रख रही है वही प्रदेश में सरकार इसके लिए जमीन मुहैया करवा रही है। वही कंपनियां आगे इन पर चार्जिंग स्टेशन का निमार्ण किया है।
पेट्रोल पंप का स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी की शर्त
अभी जो प्रदेश में पेट्रोल पंप चल रहे हैं पहले चरण में उन पर ही चार्जिंग स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है। पेट्रोल पंप में वाहन पार्क होने के लिए जगह और स्ट्रक्चरल स्टेबिलिटी सर्टिफिकेट भी देखा जा रहा है। शिमला में एक पेट्रोल पंप पर ई चार्जिंग स्टेशन का प्रस्ताव केंसल कर दिया है। इसमें तर्क दिया गया कि यह पेट्रोल पंप की जगह दंगे वाली है। यहाँ पर ई-चार्जिंग स्टेशन काफी रिस्की होगा।
