हिमाचल प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में बारिश का दौर जारी है। पिछले कुछ दिनों से सिरमौर और शिमला जिलों में भारी बारिश हुई है। यहाँ के नाहन में 168.3, धौलाकुआं में 67, जुब्बड़हट्टी में 53.2, नारकंडा में 19 व धर्मशाला में 13 मिलीमीटर तक वर्ष हुई है। वही लाहौल घाटी में शनिवार को लेडी ऑफ केलंग, रोहतांग, शिंकुला, बारालाचा व कुंजम की चोटियों पर बर्फ के फाहे गिरे। आज मौसम विभाग ने चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के कारण बाढ़ को लेकर के अलर्ट जारी कर दिया गया है।
कुछ लोगो की तलाश जारी
शिमला, कुल्लू व मंडी जिलों में 31 जुलाई की रात बादल फटने की वजह से आई बाढ़ की वजह से भारी नुक्सान हुआ है यहाँ कुछ लोग लापता हो गए थे जिनकी लगातार तलाश जारी है। सेना, आइटीबीपी, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के जवान तलाश अभियान में जुटे हैं। प्रदेश में 65 सड़कें यातायात के लिए बंद हैं।
लाहौल घाटी में बाढ़ आने से दारचा-शिंकुला मार्ग का लगभग 200 मीटर भाग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। इससे जंस्कार से मनाली के बीच वाहनों की आवजाही प्रभावित हो रही है यहाँ पर शिंकुला के साथ लाहौल स्पीति में कई जगह नालों में बाढ़ आ रही है।
भूस्खलन के कारण बंद नेशनल हाईवे 707
सिरमौर जिला का पांवटा साहिब-शिलाई-गुम्मा नेशनल हाईवे 707 शनिवार दोपहर करीब डेढ़ बजे भूस्खलन की वजह से बंद हो गया था यहाँ सतौन के पास भूस्खलन से मार्ग तीन घंटे तक बंद रहा। वहीं, किन्नौर के निगुलसरी में पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। हालाँकि मार्ग यातायात के लिए बहाल कर दिया है। वही नेरवा शिमला का मुख्य मार्ग और बाजार और लोक निर्माण विभाग विश्राम गृह के बीच से रास्ते पर लगातार भूस्खलन हो रहा है।
6 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग के मुतबिक रविवार को चंबा, कांगड़ा, किन्नौर, मंडी, शिमला और सिरमौर जिलों में भारी बारिश को लेकर के चेतावनी जारी की गयी है वही विभाग ने लोगों को नदी नालों और भूस्खलन वाले क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है।