Himachal Weather Update : आपको बता दें हिमाचल प्रदेश में मौसम ने अपना मिज़ाज़ बदल लिया है और बारिश और बर्फबारी ने सूखे के दौर को ख़त्म कर दिया है। आपको बता दें पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से हिमाचल के 7 जिलों में जमकर बर्फबारी देखने को मिली। सबसे अधिक बर्फ़बारी रोहतांग में देखने को मिली, जहाँ 1 फीट ताजा बर्फ की चादर ने सब कुछ ढक दिया। इसके अलावा लाहुल-स्पीति, चंबा, शिमला, कुल्लू, किन्नौर, कांगड़ा और मंडी जिले में 2 से 10 इंच तक बर्फ़बारी हुई।
आपको बता दें पहली बर्फबारी के बाद 2 नेशनल हाईवे सैंज-लुहरी और कुल्लू-केलांग के साथ-साथ 130 सड़कें और 395 बिजली के ट्रांसफर्मर बंद हो गए। सड़कें बंद होने के चलते बुधवार को करीब 200 बस रूटों की परिवहन सेवाओं पर असर पड़ा और सेवाएं बाधित हुई।
Himachal Weather Update : बारिश और बर्फबारी का अलर्ट जारी
आपको बता दें राज्य के अधिकतर इलाकों में सीजन का पहला भारी हिमपात देखने को मिला है और प्रदेशवासियों ने राहत की सांस ली। आपको बता दें पिछले दो महीनों में कहीं पर भी बर्फ नहीं गिरने के चलते हिमाचल में 120 साल में सबसे भयंकर सूखा देखने को मिला। आपको बता दें मौसम विभाग द्वारा प्रदेश के शिमला, लाहुल-स्पीति, किन्नौर, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जिलों के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी बर्फ़बारी का अलर्ट जारी किया गया है।
इसी के साथ बिलासपुर, ऊना, हमीरपुर, सोलन और सिरमौर जिलों के निचले इलाकों में अच्छी बारिश की संभावना है। आपको बता दें कुल्लू में अटल टनल के नार्थ पोर्टल और लाहुल-स्पीति में साऊथ पोर्टल पर बर्फबारी के चलते वाहनों की आवाजाही को रोक दिया गया है।
Himachal Weather Update : यातायात पर पड़ा असर
लाहुल-स्पीति के केलंग और चंबा के भरमौर और सलूणी क्षेत्रों में बर्फबारी के बाद काफी सड़कें हो गई है। आपको बता दें हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वह यहां गाड़ियां न चलाएं। इसी के साथ लाहुल-स्पीति पुलिस ने कहा है कि लोग ज़रूरी होने पर ही यात्रा करें। मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल के मुताबिक प्रदेश में पश्चिमी विक्षोभ काफी सक्रिय है और इसके 5 जनवरी तक सक्रिय रहने की सम्भावना है।
प्रदेश में सबसे अधिक बारिश चंबा, ऊना, हमीरपुर, बिलासपुर, कुल्लू, शिमला व सोलन जिलों में हुई। वहीं कांगड़ा, मंडी व सिरमौर जिलों में सामान्य वर्षा देखने को मिली। आपको बता दें नवंबर माह में आमतौर पर प्रदेश में 19.7 मिमी बारिश देखने को मिलती है, लेकिन इस बार केवल 12.2 मिमी बारिश हुई जो सामान्य से 38 फीसदी कम है।