सड़क पर होने वाले हादसों में से करीबन 50 प्रतिशत ड्राइवर की लापरवाही के चलते होते हैं। लेकिन अब IIT मंडी द्वारा बनाये गए Driver Alertness Management System की मदद से लापरवाही से होने वाले हादसों को रोका जा सकेगा। आपको बता दें यह एक खास तरह का डिवाइस है, जो ड्राइवरों का ध्यान भटकने से रोकेगा और उन्हें चलती बस में नींद आने पर ‘सोना नहीं है’ बोलकर जगाये रखेगा। इतना ही नहीं मोबाइल पर बात करने या अन्य किसी वजह से ड्राइवर का ध्यान हटने पर भी इस डिवाइस द्वारा अलर्ट किया जाएगा।
जानकारी के लिए बता दें सीटीयू चंडीगढ़ में पूरी तरह से स्वदेशी Driver Alertness Management System का सफल ट्रायल किया जा चुका है। IIT मंडी के इनोवेशन हब द्वारा सैकड़ों चालकों का डाटा एकत्र करने के बाद इसे तैयार किया गया है। ऐसा इसलिए क्योंकि देश में अलग-अलग तरह के लोग हैं और सबका पहनावा और रंग-रूप काफी अलग है। ऐसे में AI मॉड्यूल को हर रंग-रूप और शक्ल को पहचानने में सक्षम बनाने के लिए तैयार किया गया है।
इस तरह काम करता है Driver Alertness Management System
आपको बता दें Driver Alertness Management System में आपको एक कैमरा और एक सीपीयू मिलता है और अलार्म के रूप में स्पीकर से आवाज आती है जो चालक को अलर्ट रखती है। इस डिवाइस में एक AI एआई सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल किया गया है, जिसे यह बताया गया है कि कब अलार्म बजाना है और कब नहीं। इसे इस तरह से काम करने के लिए बनाया गया है कि अगर ड्राइवर कुछ सेकेंड से ज्यादा आंखें बंद करे, तो यह अलर्ट करता है।
इस टीम ने किया निर्माण
फ़िलहाल इस डिवाइस की 10 से 12 यूनिट का निर्माण हुआ है और यह वजन में 300 ग्राम से भी कम है। डिवाइस को प्रद्युमन सिंह डायरेक्टर चंडीगढ़ ट्रांसपोर्ट अंडरटेकिंग, अमित गुप्ता जनरल मैनेजर सीटीयू, सोमजीत अमृत आईआईटी मंडी इनोवेशन हब, शाहिल जगलन प्रोजेक्ट मैनेजर IIT मंडी इनोवेशन हब, डाॅ. गौरव जसवाल शोधकर्ता आईआईटी मंडी इनोवेशन हब, दीपक कुमार डाटा इंजीनियर आईआईटी मंडी कि टीम द्वारा तैयार किया गया है।