हाल ही में मध्य प्रदेश के भोपाल में ग्लोबल इंवेस्टर समिट की शुरुआत हो चुकी है। दो दिन के आयोजन होने वाली इस समिट का उद्घाटन आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया है इस खास मौके पर अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी समेत कई करोबारी मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश को जीवनदायनी माँ नमर्दा का आशीर्वाद प्राप्त है। मध्य प्रदेश कृषि के मामले में प्रमुख राज्यों में से एक है। इसके बाद में पीएम मोदी ने समिट में देर से आने के लिए माफी मांगी। उन्होंने कहा कि मैं इसलिए देरी से निकला, क्योंकि बच्चों को परीक्षा केंद्र पर जाने में समस्या न हो। मैं 15 से 20 मिनट देरी से आने के लिए माफी चाहता हूं।
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी का कहना है कि मध्य प्रदेश में अपार संभावनाओं वाला राज्य है। यहाँ 1.10 लाख करोड़ रुपये का निवेश करेंगे। समूह का यह निवेश सीमेंट, माइनिंग, स्मार्ट मीटर और थर्मल एनर्जी जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा। इससे करीब एक लाख 20 से अधिक नई नौकरियां प्रदेश में 2030 तक होगी। यहाँ पहले ही 50 हजार करोड़ निवेश कर चुके है। गौतम अडानी का कहना है कि यहाँ एक करोड़ रूपये के निवेश के लिए राज्य सरकार के साथ में चर्चा कर रहे है जिसमें एक ग्रीनफील्ड स्मार्ट सिटी परियोजना, एक प्रमुख हवाई अड्डा परियोजना और एक कोयला गैसीकरण परियोजना शामिल है।
कितने दिन चलेगी समिट?
मध्य्प्रदेश की राजधानी भोपाल में यह समिट 2 दिन के लिए आयोजित की जाएगी। 24 और 25 फरवरी को देश में दिग्गज करोबारी प्रदेश में संभावित निवेश की घोषणा की है वही गौतम अडानी ने निवेश का ऐलान किया है माना जा रहा है कि आदित्य बिड़ला समूह मध्य प्रदेश में कोयला खदान खोलने को लेकर के घोषणा कर सकता है।
कौन-कौन उपस्थित
GIS-2025 में भाग लेने वाले कारोबारी दुनिया के दिग्गजों में गौतम अडानी के साथ-साथ आदित्य बिड़ला समूह के अध्यक्ष कुमार मंगलम बिड़ला, गोदरेज इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष और एमडी नादिर गोदरेज, रसना प्राइवेट लिमिटेड के समूह अध्यक्ष पिरुज खंबाटा, भारत फोर्ज लिमिटेड के अध्यक्ष और एमडी बाबा एन कल्याणी, सन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड के राहुल अवस्थी और एसीसी लिमिटेड के सीईओ नीरज अखौरी आदि शामिल हैं। इनके अलावा, जर्मनी, जापान, स्विट्जरलैंड, मलेशिया, यूके, पोलैंड, नीदरलैंड और कनाडा के प्रतिनिधि भी शामिल करे।
इन क्षेत्रों पर ध्यान
इस समिट में मुख्य रूप से कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा, खनन, IT, भंडारण, लॉजिस्टिक्स, वाहन, दवा, फार्मास्युटिकल्स, शहरी विकास और पर्यटन जैसे क्षेत्रों पर दिया गया है। मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार का उद्देश्य इन क्षेत्रों में निवेश आकर्षित कर औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है।
