राहु और केतु को ज्योतिष में पाप ग्रहो की श्रेणी में रखा गया है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक इन ग्रहो को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। क्योकि ये दोनों ग्रह ही व्यक्ति के जीवन में उथल पुथल मच जाती है। हालाँकि इनकी स्थिति का सही से आकलन किया जाए तो इसके उपाय निकाले जा सकते है जिससे ये व्यक्ति को सुबह परिणाम भी देते है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे उपाय बता रहे है, अपने घर में राहु केतु से जुड़ी क्या क्या सावधानियां बरतनी चाहिए। घर की कौन सी दिशा में राहु और केतु क्या प्रभाव डालते है। आइए जान लेते है
इस दिशा में होता है राहु केतु का वास
घर के नैऋत्य कोण (दक्षिण-पश्चिम दिशा) में राहु-केतु का निवास होता है। दक्षिण-पश्चिम दिशा के स्वामी भी राहु और केतु ही हैं। इसलिए कभी भी इस दिशा में आपको कुछ विशेष चीजों को नहीं रखना चाहिए।
तिजोरी और आभूषण रखे साथ
घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में आपको गलती से भी तिजोरी नहीं रखनी चाहिए। तिजोरी इस स्थान पर रखने से लाभ की जगह आपको नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही सोने-चांदी के आभूषण आदि भी इस दिशा में रखना शुभ नहीं माना जाता।
इस दिशा में न रखें किताबें और ना ही बनाएं स्टडी रूम
राहु ओरे केतु को ज्योतिष में भ्रम पैदा करने वाला ग्रह माना जाता है इसके साथ ही आपकी एकग्रता पर बुरा असर डाल सकते है। इसलिए कभी भी इस दिशा में पढ़ाई का सामान नहीं रखना चाहिए। इसके साथ ही स्टडी रूम भी इस दिशा में नहीं करना चाहिए। इससे बच्चों को मन पढ़ाई में भटक सकता है।
घर का टॉयलेट भी न हो इस दिशा में
दक्षिण-पश्चिम दिशा में आपको घर का टॉयलेट बनाने से भी बचना चाहिए। अगर आप इस दिशा में टॉयलेट बनाते हैं तो आपको कई परेशानियों का सामना जीवन में करना पड़ सकता है। यहां टॉयलेट बनाने से आपके घर में दरिद्रता आ सकती है।
दक्षिण पश्चिम दिशा में बनाएं ये चीजें
इस दिशा में आप मशीनें, टीवी, रेडियो, खेलकूद का सामान, घर के मुखिया का कमरा आदि बना सकते हैं। इन चीजों को दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने से आपको लाभ होता है।
