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Share Market Closing: ग्लोबल बाजार से मिलते मिलेजुले संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार के लिए आज बेहद उतार-चढ़ाव भरा दिन रहा. हालांकि, इस बीच एक बार फिर से सेंसेक्स 66 हजार के पार निकल गया. इस दौरान बाजार को इन्फोसिस, आईटीसी और रिलायंस जैसे प्रमुख शेयरों में खरीदारी से मदद मिली. कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों की शेयर बाजारों में लगातार बिकवाली के चलते बाजार में बढ़त सीमित रही. उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 92.47 अंक या 0.14 प्रतिशत चढ़कर 66,023.24 अंक पर बंद हुआ. दिन के कारोबार में इसने 65,664.85 के निचले स्तर और 66,063.43 के ऊपरी स्तर को छुआ. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 28.45 अंक या 0.14 प्रतिशत बढ़कर 19,811.85 अंक पर बंद हुआ. मेहता इक्विटीज लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष, शोध विश्लेषक प्रशांत तापसे ने कहा कि निवेशक वैश्विक बाजारों का अनुसरण कर रहे हैं, जहां मिलेजुले रुख के साथ सुस्ती है. किसी ताजा सकारात्मक संकेतक की कमी के कारण निवेशक सावधानी से कारोबार कर रहे हैं और चुनिंदा दांव लगा रहे हैं.
टीसीएस के शेयर फिर उछले
सेंसेक्स की कंपनियों में इन्फोसिस, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, टाइटन, आईटीसी, टेक महिंद्रा, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एक्सिस बैंक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फिनसर्व, रिलायंस इंडस्ट्रीज और अल्ट्राटेक सीमेंट में उल्लेखनीय बढ़त हुई. दूसरी ओर इंडसइंड बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, जेएसडब्ल्यू स्टील, एचडीएफसी बैंक और मारुति के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए. व्यापक बाजारों में बीएसई मिडकैप 0.33 प्रतिशत बढ़ा, जबकि स्मॉलकैप 0.63 प्रतिशत गिर गया. क्षेत्रवार बात करें तो बिजली 1.41 प्रतिशत, वाहन 0.64 प्रतिशत, प्रौद्योगिकी 0.52, एफएमसीजी 0.34, पूंजीगत सामान 0.38 और तेल एवं गैस 0.36 प्रतिशत चढ़े. दूसरी ओर जिंस, वित्तीय सेवाएं, उद्योग, दूरसंचार और बैंक में गिरावट हुई. एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की लाभ में, जबकि चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे. यूरोपीय बाजार दोपहर के कारोबार में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी बाजार मंगलवार को गिरकर बंद हुए थे.
निवेशकों की प्राथमिकता आईपीओ बनी
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि अमेरिकी फेडरल रिजर्व की टिप्पणियों में सतर्क रुख अपनाने और दर में कटौती का संकेत देने से परहेज करने के बावजूद बाजार दिन की गिरावट से उबर गया और मामूली लाभ के साथ बंद हुआ. दूसरी ओर बाजार में कुछ मुनाफावसूली भी हुई, क्योंकि निवेशकों की दिलचस्पी आईपीओ के जरिये प्राथमिक बाजार में थी. उन्होंने कहा कि बाजार का रुख सकारात्मक है, क्योंकि मुद्रास्फीति में नरमी और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में कमी से मध्यम अवधि में तेजी को समर्थन मिल रहा है. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने मंगलवार को 455.59 करोड़ रुपये के शेयर बेचे. मंगलवार को सेंसेक्स 275.62 अंक या 0.42 प्रतिशत चढ़कर 65,930.77 अंक पर बंद हुआ था. निफ्टी 89.40 अंक या 0.45 प्रतिशत बढ़कर 19,783.40 अंक रहा था.
रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.31 प्रति डॉलर पर
वैश्विक स्तर पर अमेरिकी मुद्रा में मजबूती के बीच बुधवार को सीमित दायरे में कारोबार के बाद रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 83.31 (अस्थायी) प्रति डॉलर पर बंद हुआ. विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि घरेलू बाजारों के नरम रुख का असर स्थानीय मुद्रा पर पड़ा, जबकि कच्चे तेल में ‘करेक्शन’ से मुद्रा को समर्थन मिला. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में डॉलर के मुकाबले रुपया 83.31 पर खुला और फिर 83.34 प्रति डॉलर पर पहुंच गया. अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले यह 83.31 (अस्थायी) पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से तीन पैसे की गिरावट है. रुपया मंगलवार को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले 83.28 पर बंद हुआ था. इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.18 प्रतिशत की बढ़त के साथ 103.75 पर था. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.79 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81.80 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था.
(भाषा इनपुट के साथ)
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