नई दिल्ली – देश में कृषि विकास को गति देने और किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने के उद्देश्य से चलाए जा रहे विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान 11 जून को दिल्ली के तिगिपुर गांव में किसानों से सीधा संवाद करेंगे।
यह विशेष किसान संवाद कार्यक्रम उत्तरी दिल्ली के बख्तावरपुर ब्लॉक के तिगिपुर गांव में दोपहर 3 बजे आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र, उजवा और भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा की भी सक्रिय भागीदारी रहेगी।
किसान चौपाल और कृषि ड्रोन होंगे केंद्र में
कार्यक्रम की शुरुआत किसान चौपाल से होगी, जहां श्री चौहान खेतिहर किसानों से सीधी बातचीत करेंगे और उनकी समस्याएं जानेंगे। इसके बाद वे कृषि ड्रोन तकनीक का प्रदर्शन देखेंगे, जिससे यह संदेश जाएगा कि किस प्रकार आधुनिक उपकरण खेती को अधिक सटीक, लाभकारी और पर्यावरण-अनुकूल बना सकते हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री गांव में पदयात्रा भी करेंगे, जिसमें वे किसानों से व्यक्तिगत रूप से मिलेंगे, उनकी खेती की चुनौतियों को सुनेंगे और तत्पश्चात पौधारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेकर मुख्य सभा को संबोधित करेंगे।
15 दिवसीय देशव्यापी अभियान में 12 राज्यों का दौरा
29 मई 2025 को ओडिशा से शुरू हुए इस 15 दिवसीय कृषि महाभियान के तहत शिवराज सिंह चौहान अब तक ओडिशा, जम्मू, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, उत्तराखंड, पंजाब, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तेलंगाना में किसानों से संवाद कर चुके हैं। दिल्ली इस अभियान का अगला महत्वपूर्ण पड़ाव है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से हो रहा है खेती का पुनर्निर्माण
विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत देशभर में 16,000 वैज्ञानिकों की 2,170 टीमें किसानों तक पहुंच रही हैं। ये टीमें खेतों में जाकर किसानों को जलवायु, मिट्टी की उर्वरता, क्षेत्रीय आवश्यकताओं और तकनीकी नवाचारों पर आधारित उन्नत खेती की जानकारी दे रही हैं। वहीं, दूसरी ओर किसानों की जमीनी समस्याओं को समझकर भविष्य की नीतिगत दिशा और अनुसंधान प्राथमिकताओं को तय करने में मदद ली जा रही है।
यह पहल सिर्फ सरकारी योजनाओं की जानकारी देने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य किसानों को स्मार्ट एग्रीकल्चर, इनोवेशन, तकनीकी समावेशन और वैज्ञानिक पद्धतियों से जोड़कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है।
Read More..ICRISAT ने विकसित की नई अरहर किस्म ICPV 25444, अब 45°C में भी होगी अरहर की खेती
