भौतिकी के बाद अब इस साल रसायन विज्ञान के भी नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा शुरू कर दी गयी है इस साल 2025 में रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार सुसुमु कितागावा, रिचर्ड रॉब्सन और उमर एम. याघी ने जीता है। इन सभी को धातु-कार्बनिक ढांचे (MOFs) के विकास में उनके योगदान के लिए रसायन के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज के महासचिव, हैंस एलेग्रेन ने बुधवार को इस पुरस्कार की घोषणा की। इससे पहले, सोमवार को चिकित्सा और मंगलवार को भौतिकी के नोबेल पुरस्कार विजेताओं के नाम घोषित किए गए थे।
साहित्य और शांति का नोबेल कब मिला
इस वर्ष के नोबेल पुरस्कारों की घोषणा गुरूवार को साहित्य के पुरस्कार के साथ जारी रहेगी। शांति का नोबेल पुरस्कार शुक्रवार को और अर्थशास्त्र का पुरस्कार सोमवार को घोषित किया जाएगा। इन पुरस्कारों का समारोह 10 दिसंबर को होगा, जो कि इन पुरस्कारों के संस्थापक अल्फ्रेड नोबेल की पुण्यतिथि है। अल्फ्रेड नोबेल एक समृद्ध स्वीडिश उद्योगपति और डायनामाइट के आविष्कारक थे, जिनका निधन 1896 में हुआ था। अब तक, 1901 से 2024 के बीच, रसायन विज्ञान के नोबेल पुरस्कार से 195 व्यक्तियों को सम्मानित किया जा चुका है, और इस वर्ष 116वीं बार यह पुरस्कार दिया जाएगा।
2024 में किसे मिले था रसायन का नोबेल
आपको बता दे, साल 2024 में रसायन विज्ञानं के पुरुष्कार से सम्मानित किए जाने वाले डेविड बेकर, डेमिस हसाबिस और जॉन जम्पर थे, जिनका शोध जीवन के आधार पर आधारित नए प्रोटीनों को डिकोड और डिज़ाइन करने को लेकर था। इनकी खोज में कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित अत्याधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। इसका उद्देश्य नई दवाओं और अन्य सामग्रियों के निर्माण के तरीके को बदलना है। ये सभी शोध दुनिया भर में मेडिकल और वैज्ञानिक शोध को नया दिशा दे सकते हैं।
चिकित्सा और भौतिकी का नोबेल
साल 2025 के पहले नोबेल पुरस्कार की घोषणा सोमवार को की गई। इसके तहत चिकित्सा का पुरस्कार मैरी ई. ब्रुनको, फ्रेड रैमस्डेल और डॉ. शिमोन साकागुची को परिधीय प्रतिरक्षा सहिष्णुता से संबंधित उनकी महत्वपूर्ण खोजों के लिए दिया गया। वही मंगलवार को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार जॉन क्लार्क, मिशेल एच. डेवोरेट और जॉन एम. मार्टिनिस को उप-परमाणु क्वांटम टनलिंग पर उनके शोध के लिए प्रदान किया गया।
