नई दिल्ली। युवाओं को भविष्य की तकनीक से जोड़ते हुए और रोज़गार के नए रास्ते खोलते हुए एयरोस्पेस एंड एविएशन सेक्टर स्किल काउंसिल (AASSC) और एवीपीएल इंटरनेशनल (AVPL International ) ने मिलकर 30 शहरों में शॉर्ट-टर्म माइक्रो-क्रेडेंशियल कोर्स शुरू करने का ऐलान किया है। यह पहल न केवल ड्रोन सेक्टर बल्कि देश के समग्र विकास के लिए भी एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।
एवीपीएल अब तक 12 करोड़ रुपये के निवेश से 30 शहरों में AeroVision Drone Labs स्थापित कर चुकी है। अब इन्हीं लैब्स में AASSC-प्रमाणित कोर्स चलेंगे। 30 घंटे की अवधि वाले इन कोर्सों में एआई-आधारित ड्रोन, डेटा एनालिटिक्स, 3डी प्रिंटिंग, ड्रोन डिजाइन, सेंसर एप्लिकेशन और प्रैक्टिकल ट्रेनिंग शामिल होगी। फीस 5 से 10 हज़ार रुपये रखी गई है, ताकि अधिक से अधिक छात्र आसानी से इसका लाभ उठा सकें।
AVPL International की सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक डॉ. प्रीत संधू ने कहा—“भारत तेज़ी से ड्रोन तकनीक का वैश्विक केंद्र बन रहा है, लेकिन स्किल्ड युवाओं की कमी उद्योग की सबसे बड़ी चुनौती है। यह पहल छात्रों को जॉब-रेडी बनाएगी और शिक्षा से रोजगार तक की खाई पाटेगी। इससे देश में टेक्नोलॉजी आधारित विकास की रफ्तार और तेज़ होगी।”
सरकारी अनुमान के अनुसार वर्ष 2030 तक कृषि, रक्षा, लॉजिस्टिक्स और इंफ्रास्ट्रक्चर जैसे क्षेत्रों में ड्रोन सेक्टर 10 लाख से अधिक रोजगार अवसर पैदा कर सकता है। यह पहल ग्रामीण और शहरी युवाओं दोनों को बराबरी का मौका देकर ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में ठोस कदम साबित होगी।
AASSC के कार्यकारी सीईओ संगरक्षक वी. पी. ने कहा—“AASSC से मिलने वाला प्रमाणन छात्रों को ‘स्किल इंडिया मिशन’ से जोड़ता है और उन्हें उच्च शिक्षा व करियर के लिए प्रेरित करता है। हम छात्रों को सलाह देंगे कि वे केवल मान्यता प्राप्त संस्थानों से ही प्रशिक्षण लें।”
एवीपीएल इन कोर्सों का विस्तार जर्मनी, रूस और जापान जैसे देशों तक करने की तैयारी कर रही है, जिससे भारतीय युवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी रोज़गार और अवसर मिलेंगे।
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