भारतीय थल सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शुक्रवार को श्री गंगानगर के घडसाना के गांव 22 एमडी में सीमावर्ती क्षेत्र का दौरा किया है। इस दौरान उन्होंने आर्मी और BSF के अधिकरियों से मुलाक़ात की और उन्होंने आतकवाद के खिलाफ भारत की तैयारियों का जायजा लिया है। भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पाकिस्तान को कड़े शब्दों में चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अगर वह आतंकवाद को समर्थन करना बंद नहीं करता है तो वो नक्शे से भी मिट सकता है। उन्होंने कहा कि इस बार भारतीय सेना पहले जैसा संयम नहीं दिखाएगी। अगर पाकिस्तान आतंकवाद फैलाना बंद नहीं करता है तो ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का दूसरा चरण जल्द शुरू किया जा सकता है।
‘जब तक जिंदा रहेंगे, याद रहेगा ऑपरेशन सिंदूर’
भारतीय थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 1.0 के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया था और इस ऑपरेशन में करीब 100 से अधिक पाकिस्तान सेना के जवान और कई आतंकियों को मार गिराया है। इस ऑपरेशन के सबूत पुरी दुनिया को भी दिखाए गए है। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर की सफलता का श्रेय सेना के जवानों और स्थानीय लोगों को जाता है।
उन्होंने बताया की ऑपरेशन सिंदूर हमारी जिंदगी से इस तरह से जुड़ा हुआ है कि जब तक हम जीवित है तब तक यह हमारे साथ में रहने वाला है उन्होंने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का नामकरण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा किया गया था और यह ऑपरेशन महिलाओं को समर्पित था। उन्होंने कहा कि इस बार भारत देश पूरी तैयारी के साथ है। ऑपरेशन सिंदूर 2.0 में भारत संयम नहीं रखेगा जो ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में रखा था। इस बार भारत ऐसी कार्रवाई करेगा कि पाकिस्तान को सोचना पड़ेगा की उसे इतिहास में भूगोल पर रहना है या नहीं। अगर पाकिस्तान को भूगोल पर जगह बनानी है तो उसे आतंकवाद को खत्म करना होगा। कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले सेवा के तीन अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया।
ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर रक्षा मंत्री ने भारतीय सेना के साथ-साथ आमजनता को भी सफलता का श्रेय दिया है। उन्होंने कहा कि इस देश की कोई भी महिला अपनी मांग में सिंदूर लगाती है तो उस समय वो भारतीय सेना के जवानों को याद करती है जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
सेना के तीन अधिकारियों का किया सम्मान
थल सेनाध्यक्ष उपेंद्र द्विवेदी ने कार्यक्रम के दौरान ऑपरेशन सिंदूर 1.0 में उत्कृष्ट कार्य करने वाले सेना के तीन अधिकारियों को विशेष रूप से सम्मानित किया। आज कार्यक्रम में बीएसएफ की 140वी बटालियन के कमांडेंट प्रभाकर सिंह, राजपुताना राइफल्स के मेजर रितेश कुमार और हवलदार मोहित गैरा को सम्मानित किया गया।
