रसोई के बजट को बिगाड़ने वाली टमाटर की कीमतों में अब गिरावट आ गयी है। उपभोक्ता मामलो के विभाग के मुताबिक बेहतर आपूर्ति की वजह से इस महीने टमाटर की कीमतों में 22 फीसदी तक उछाल आया है जबकि आने वाले दिनों में टमाटर और भी सस्ता होने की संभावना जताई जा रही है। सब्जियों की ऊंची कीमतों के चलते अक्टूबर महीने में खाद्य महंगाई दर 14 माह के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है।
एक महीने में टमाटर 15 रुपये सस्ता हुआ
उपभोक्ता मामले विभाग के अनुसार मंडी कीमतों में गिरावट के चलते टमाटर की खुदरा कीमतों में भी कमी दर्ज की गई है। 14 नवंबर 2024 को टमाटर का अखिल भारतीय औसत खुदरा मूल्य 52.35 रुपये प्रति किलोग्राम दर्ज किया गया है। यह कीमत एक महीने पहले यानी 14 अक्टूबर 2024 को 67.50 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो अब 22.4 फीसदी कम है। वही कुल मिलाकर एक महीने में टमाटर की कीमत करीब 15 रुपये प्रति किलोग्राम गिर गयी है।
थोक कीमतों में 50 फीसदी गिरावट
14 अक्टूबर से 14 नवंबर के दौरान टमाटर की आवक में इजाफा होने के साथ आजादपुर मंडी में थोक मॉडल कीमतें लगभग 50 फीसदी घटकर 5,883 रुपये प्रति क्विंटल से 2,969 रुपये प्रति क्विंटल हो गईं। वही पिंपलगांव, मदनपल्ले और कोलार जैसे देश के बेंचमार्क बाजारों से भी मंडी कीमतों में इसी तरह की गिरावट की सूचना मिली है।
बारिश और मौसम की वजह से प्रभावित हो रही है फसलें
साल 2023-24 में टमाटर का कुल वार्षिक उत्पादन 213.20 लाख टन रह गया है, जो 2022-23 में 204.25 लाख टन से 4 फीसदी अधिक है. हालांकि, टमाटर का उत्पादन पूरे वर्ष होता है, लेकिन उत्पादक क्षेत्रों और उत्पादन की मात्रा में मौसमी परिवर्तन होता है। वही प्रतिकूल मौसम की स्थिति फलो और टमाटर पर भी असर डालते है। वही अक्टूबर 2024 के दौरान टमाटर की कीमतों में उछाल आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अत्यधिक और लंबे समय तक बारिश के चलते देखा गया है।