बच्चों में ब्रेन ट्यूमर को लेकर खोजी गयी दवा पर परीक्षण जारी, सफलता मिलने पर मिलेगी नहीं जिंदगी

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ब्रेस्ट कैंसर और ब्रेन ट्यूमर दोनों ही जानलेवा बीमारी होती है। बच्चों में भी ब्रेन ट्यूमर की समस्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। इसका इलाज भी काफी कठिन होता है लेकिन हाल ही में एक शोद के मुताबिक खुलासा किया गया है कि पहले से ही ब्रेस्ट कैंसर का इलाज कर रही एक दवा बच्चों में ब्रेन टीमर का इलाज कर सकती है तो चलिए जान लेते है इस रिसर्च से जुड़े सवालों के बारे में सही जानकारी।

क्या था रिसर्च में?
एक रिसर्च के मुताबिक, रिबोसिक्लिब नामक कैंसर की दवा पर एक शोध किया गया था। यह दवा बच्चों में ब्रेन ट्यूमर बढ़ने की गति को धीमा करती है। इससे ब्रेन ट्यूमर के दुर्लभ प्रकार – डिफ्यूज हेमिसफेरिक ग्लियोमा का उपचार हो सकता है।

क्या है डिफ्यूज हेमिसफेरिक ग्लियोमा
यह एक प्रकार का दुर्लभ कैंसर होता है जो समान्यतया बच्चों में होता है इसमें कैंसर में रीढ़ की हड्डी में समस्या, सांस लेने और शरीर का संतुलन बनाए रखने में परेशानी होती है।

आपको बता दे, यह रिसर्च बाल मस्तिष्क ट्यूमर विभाग में हुआ था। यहां के स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि पहली बार ऐसा हुआ है कि किसी अन्य दुर्लभ बीमारी की दवा ने एक उम्मीद जगाई है। इस रिसर्च को वैज्ञानिकों ने ब्रेन ट्यूमर के एक विशिष्ट प्रकार पर किया था। H3F3A एक ऐसा जीन है जिस इसको लेकर अध्ययन किया गया था। जिसमें इस बात की पुष्टि हुई कि ब्रेस्ट कैंसर की दवा से तरकरीबन 30% तक बच्चों के इस ब्रेन ट्यूमर से निदान पाया जा सकता है।

आपको बता दे, यह दवा कैंसर कोशिकाओं की ग्रोथ रोक देती है उन्हें नष्ट करने की सकती इस दवा में नहीं है इसलिए इस दवा का इस्तेमाल कैंसर के शुरूआती दिनों में ही किया जा सकता है।

क्या किसी पर इस दवा का प्रयोग किया गया?
फिलहाल इस दवा का इस्तेमाल एक मरीज पर किया गया है लेकिन अभी तक इसको लेकर पूरी तरह यह बात साबित नहीं हुई है कि इलाज सफल रहेगा या नहीं। हालांकि, रिसर्चर्स ने ये भी कहा कि पहले भी इस प्रकार के शोध हुए है जहां सीमित सफलता मिली है, इस बार वे उम्मीद कर रहे हैं कि यह परीक्षण सफल होगा।

इस दवा का इस्तेमाल एक मरीज पर किया गया है लेकिन अभी तक इसे लेकर के कोई सही बात साबित नहीं हुई है इसका इलाज सफल रहेगा या नहीं। हालांकि, रिसर्चर्स ने ये भी कहा कि पहले भी इस प्रकार के शोध हुए है जहां सीमित सफलता मिली है, इस बार वे उम्मीद कर रहे हैं कि यह परीक्षण सफल होगा।

Durg Rathor
Author: Durg Rathor

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