Uttarkashi Tunnel Rescue | ‘मौत की टनल’ में जिंदगी बचाने की जोरदार ‘जद्दोजहद’, 9 दिन बाद मजदूरों को नसीब हुआ खाना, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

Uttarkashi Tunnel Rescue मौत की टनल में जिंदगी बचाने.webp.webp

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Firenib

सिलक्यारा टनल में बचाव कार्य.

Loading

नई दिल्ली/उत्तरकाशी: जहां एक तरफ उत्तरकाशी (Uttarkashi) में यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर निर्माणाधीन सिल्क्यारा टनल (Silkyara Tunnel) के एक हिस्से के ढह जाने से बीते 9 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं। वहीं आज भी इन फंसे मजदूरों का निकालने का काम जारी है। ऐसे में अब तक की सबसे बड़ी सफलता मजदूरों तक 6 इंच की नई पाइपलाइन पहुंचाना माना जा रहा है है। इससे उन्हें बीते शाम से सेब, दलिया, खिचड़ी भेजना भी शुरू हो गया है। अभी तक इन फंसे हुए मजदूरों को ड्राइ फूड्स ही भेजे जा रहे थे। 

CM पुष्कर सिंह धामी ने किए ट्वीट 

इस बाबत उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी ने (X) पर ट्वीट किया, ”उत्तरकाशी के सिल्क्यारा में निर्माणाधीन सुरंग के अंदर फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए चल रहे बचाव अभियान के तहत मलबे के पार 6 इंच व्यास वाली पाइपलाइन सफलतापूर्वक बिछा दी गई है। इसके माध्यम से अब श्रमिकों को आवश्यकता के अनुसार खाद्य सामग्री, दवाएं और अन्य सामान आसानी से भेजा जाएगा। बचाव कार्यों में लगी केंद्रीय एजेंसियां, SDRF और राज्य प्रशासन की टीमें अथक प्रयास कर रही हैं। सभी श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए हम युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।”

रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए नई रणनीति

वहीँ आज सुबह से ही रेस्क्यू टीम ने सिल्कयारा टनल के अंदर पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सिल्कयारा टनल पर वर्टिकल ड्रिलिंग मशीन ने भी अपना काम शुरू कर दिया है। दरअसल अब रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए टीम ने नई रणनीति बनाई है। इसके तहत आठ एजेंसियां- NHIDCL, ONGC, THDCIL, RVNL, BRO, NDRF, SDRF, PWD और ITBP एक साथ 5 तरफ से टनल में ड्रिलिंग कर रही हैं।

ROV दक्ष भी तैनात 

जानाकारी दें की डिफेंस रिसर्च डेवलपमेंट ऑर्गेनाइजेशन (DRDO) की रोबोटिक्स टीम ने ‘रिमोटली ऑपरेटेड व्हीकल’ (ROV) तैनात किया गया है। इस ROV का नाम ‘दक्ष’ है। वहीं अब इस ROV के जरिए सुरंग में फंसे हुए लोगों की मदद की जाएगी। दरअसल ये ROV विशेष रूप से मोटराइज्ड पैन-टिल्ट प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो जोखिम भरे इलाके तक पहुंचने में मदद कर सकता है। 

बताते चलें कि ब्रह्मखाल-यमुनोत्री हाईवे पर निर्माणाधीन 4.5 किलोमीटर लंबी सिलक्यारा टनल का एक हिस्सा बीते 12 नवंबर को धंस गया था। दरअसल चारधाम प्रोजेक्ट के तहत यह टनल ​​​​ब्रह्मखाल और यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर सिल्क्यारा और डंडलगांव के बीच बनाई जा रही है। उक्त हादसा 12 नवंबर की सुबह 4 बजे हुआ था। टनल के एंट्री पॉइंट से 200 मीटर अंदर 60 मीटर तक मिट्टी धंसी। जिसके चलते इसमें 41 मजदूर अंदर फंस गए। फिलहाल इन्ही मजदूरों कू रेस्क्यू करने का कार्य जोरशोर से चल रहा है।

 



https://firenib.com/category/automobile/

Source link

Firenib
Author: Firenib

EMPOWER INDEPENDENT JOURNALISM – JOIN US TODAY!

DEAR READER,
We’re committed to unbiased, in-depth journalism that uncovers truth and gives voice to the unheard. To sustain our mission, we need your help. Your contribution, no matter the size, fuels our research, reporting, and impact.
Stand with us in preserving independent journalism’s integrity and transparency. Support free press, diverse perspectives, and informed democracy.
Click [here] to join and be part of this vital endeavour.
Thank you for valuing independent journalism.

WARMLY

Chief Editor Firenib

2024 में भारत के प्रधान मंत्री कौन होंगे ?
  • नरेन्द्र दामोदर दास मोदी 47%, 98 votes
    98 votes 47%
    98 votes - 47% of all votes
  • राहुल गाँधी 27%, 56 votes
    56 votes 27%
    56 votes - 27% of all votes
  • नितीश कुमार 22%, 45 votes
    45 votes 22%
    45 votes - 22% of all votes
  • ममता बैनर्जी 4%, 9 votes
    9 votes 4%
    9 votes - 4% of all votes
Total Votes: 208
December 30, 2023 - January 31, 2024
Voting is closed