ऐतिहासिक शहर नाहन में खुले में बह रहे गंदे नाले…
नाहन: ऐतिहासिक नाहन शहर को साफ साफ स्वच्छ बनाने का सपना सपना ही रह गया है। भारत में कोलकाता के बाद दूसरी पुरानी नगर परिषद का दर्जा प्राप्त करने वाली नगर परिषद में आज भी गंदे नाले शहर में खुले बहते हैं, जिन्हें ढकने के लिए नगर परिषद व जिला प्रशासन रत्ती भर भी काम नहीं कर सका है। इन नालों में बहुत गंदी बदबू आती है जिससे स्थानीय लोगों और वहां से गुजरने वाले लोगों का जीना मुहाल हो गया है। खासकर जिन लोगों के घर नाले के साथ लगते हैं उन्हें रोज परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लेकिन गंदे नालों को पक्का करवाने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है। शहर के अमरपुर मोहल्ला, रामकुंडी व ढाबो मोहल्ला में बकराघर के पास संयुक्त रुप से बहने वाला खुला गंदा नाला व आर्मी से निकलने वाला गंदा नाला, गोविंदगढ़ मोहल्ला से निकलने वाला गंदा नाला खुला है जिसे ढकने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया है। यह सभी गंदे नाले मारकंडा नदी में जाकर मिलते हैं नदी में मिलने से पूर्व कोई ट्रीटमेंट प्लांट भी नहीं बनाया गया है जिसके चलते सीवरेज का गंदा पानी यमुना व मारकंडा नदी में जाकर मिलता है। स्थानीय लोगों में दीपक शर्मा, मनीराम गौड, चेतन ठाकुर, रामकिशन जय चंद शर्मा ने जिला प्रशासन व नगर परिषद से उक्त गंदे नालों को पक्का व नदी में मिलने से पूर्व इन नालों के मुहनों पर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की मांग की है।