Asian Boxing Championship : जॉर्डन के अस्मान में चल रही एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भारतीय मुक्केबाज और ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता लवलीना बोरगोहन ने 75 किलोग्राम वर्ग में गोल्ड मेडल जीत लिया है। इसके अलावा प्रवीण हुड्डा (63 किग्रा), अल्फिया खान (81 किग्रा से अधिक) और स्वीटी (81 किग्रा) ने भी गोल्ड मेडल जीता है। लवलिना बोरगोहन ने उज़्बेकिस्तान की रुज्मेतोवा सोखिबा को 5–0 से हराया। आपको बता दे कि लवलीना ने पहली बार इस कैटेगरी में किसी टूर्नामेंट में भाग ले है।

प्रवीण ने भी जापान की कीटो माई को 5–0 से हरा कर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। स्वीटी ने कजाकिस्तान की गुरसाया येरजान को काफी आसानी से हरा कर गोल्ड जीता। जबकि अल्फिया की प्रतिद्वंदी जॉर्डन की इस्लाम हुसैली पहले ही राउंड में अयोग्य करार देकर बाहर कर दी गई। मीनाक्षी ने 52 किग्रा वर्ग में रजत पदक जीत कर अपना पदार्पण सफल बनाया।
लवलीना अभी 25 वर्ष की है। उन्होंने टोक्यो ओलंपिक में 69 किग्रा वर्ग में कास्य पदक जीता था। लेकिन अब वह 75 किग्रा वर्ग में खेलती है क्योंकि पेरिस ओलंपिक में 69 किग्रा वर्ग शामिल नही है। लवलीना विश्व चैंपियनशिप और कॉमनवेल्थ में जल्दी ही बाहर हो चुकी थी। अब ये जीत उनका आत्मविश्वास बढ़ाएगी। इस फाइट में लवलीना ने शुरू में ही विरोधी को जबरदस्त मुक्के बार कर गेम में आगे हो गई थी। एक मुक्का तो काफी जोर का था की रेफरी ने गिनती शुरू कर दी थी।

परवीन की बात करे तो उन्होंने विश्व चैंपियनशिप में भी कांस्य पदक जीता था लेकिन कॉमनवेल्थ में भाग नहीं ले पाई। अब उन्होंने गोल्ड मेडल जीत कर अपना कद और बढ़ा लिया है। प्रथम वरीयता की परवीन का मुकाबला चौथी वरीयता की खिलाड़ी से था जिसे परवीन ने पहले राउंड में ही शानदार मुक्को से पीछे कर दिया। दूसरे राउंड में भी परवीन ने दबदबा बनाए रखा। और तीसरे राउंड में भी शानदार अपर कट लगाया।
जापानी खिलाड़ी के खिलाफ मीनाक्षी शुरू से ही पीछे चल रही थी। मीनाक्षी अपनी लय में दिखाई नही दी। दूसरे राउंड में भी मीनाक्षी अपने आप को सुधार नहीं सकी। अंत में जाकर मीनाक्षी ने काफी अच्छा खेल दिखाया और आक्रामक नजर आई तथा बचाव भी अच्छा किया। लेकिन इस सब के बावजूद वह 1–4 से हार गई।

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