HP Election 2022: हिमाचल प्रदेश में चुनाव होने वाले हैं और इसी को देखते हुए हिमाचल में चुनावी माहौल अधिक गर्म है सभी पार्टियां अपने गठजोड़ बिठाने में लगी हुई हैं कई बागी नेता है जिन्हें पार्टी के शीर्ष नेता भी मनाने में असफल रहे हैं वही बात करें बीजेपी की तो बीजेपी के हिमाचल प्रदेश से बहुत ही प्रसिद्ध नेता कृपाल परमार की जिन्हें हिमाचल के सभी बड़े नेताओं ने मानने का प्रयास की लेकिन वह नहीं माने.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खासमखास कहलाने वाले पूर्व राज्यसभा सांसद एवं मौजूदा फतेहपुर से निर्दलीय उम्मीदवार कृपाल परमार की नाराजगी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फोन भी दूर नहीं कर पाया। कृपाल परमार फतेहपुर के नूरपुर से ही चुनाव लड़ते आ रहे थे लेकिन इस बार राकेश पठानिया को टिकट दिए जाने से कृपाल परमार काफी नाराज चल रहे हैं तथा इस बार सरेआम बगावत करते हुए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे हैं.
दोस्तों आपको बता दे की कृपाल परमार को हिमाचल प्रदेश के शीर्षस्थ नेतृत्व ने मनाने में कोई भी कोर कसर नहीं छोड़ी लेकिन कृपाल परमार इतने नाराज थे की उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई। हार थक कर आखिरकार रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं नाराज चल रहे कृपाल परमार को फोन किया और उनसे बात चित की वहीं उनसे राकेश पठानिया का समर्थन करने को कहा, लेकिन कृपाल परमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फोन करने से भी नहीं माने.

HP Election 2022: प्रधानमंत्री जी से बातचीत
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और कृपाल परमार के बीच हुई बातचीत की जानकारी हमें हमारे सूत्रों से पता चली है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने कृपाल परमार को फोन करके कहा कि आप भाजपा को जितवाओ, हमने आपके लिए भी बहुत कुछ सोच कर रखा है। वही कृपाल परमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की बात सुनकर उनसे कहा कि अगर दो दिन पहले कहा होता, तो सोचता, लेकिन अब तो चुनाव निशान भी मिल गए हैं। कृपाल परमार ने फोन पर भावुक होकर यही कहा कि मुझे इनसाफ दो। मेरा क्या कसूर था कि मुझे टिकट देने की बजाय नूरपुर के विधायक को फतेहपुर से टिकट दिया गया। इसके साथ ही फोन कट गया और यह बातचीत बिना किसी निष्कर्ष के ही समाप्त हो गई।

8 Responses