देश के सबसे अधिक देखे जाने वाले पर्यटन राज्यों में से एक Himachal Pradesh में कई शानदार हिल स्टेशन मौजूद हैं और देश भर से लोग यहां घूमने के लिए आते हैं। प्रदेश की राजधानी शिमला घूमने आने वाले सैलानी अक्सर कालका-शिमला रेलमार्ग पर चलने वाली टॉय ट्रैन में सफर का आनंद लेते हैं। आपको बता दें कालका-शिमला रेलमार्ग को विश्व धरोहर का दर्जा मिला हुआ है। इसी बेच अब कालका-शिमला रेलमार्ग पर यात्रा करने वालों के लिए एक खुशखबरी निकलकर आ रही है।
आपको बता दें बहुत ही जल्द Himachal Pradesh के कालका-शिमला रेलमार्ग पर हाइड्रोजन ट्रेन दौड़ती हुई नज़र आएंगी। जानकारी के लिए बता दें नैरोगेज पर दौड़ने वाली यह देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन होने वाली है। रेलवे बोर्ड द्वारा कालका-शिमला नैरोगेज लाइन पर हाइड्रोजन ट्रेन के संचालन हेतु ट्रायल शुरू हो चुके हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें साल 2024-25 के बजट केंद्र सरकार ने उत्तरी रेलवे के हेरिटेज इंफ्रास्ट्रक्चर पर हाइड्रोजन ट्रेन को भी शामिल किया है।
इन स्टेशनों पर लगेंगे हाइड्रोजन फ्यूल स्टेशन
आपको बता दें इसके लिए कालका, शिमला और बड़ोग स्टेशनों पर हाइड्रोजन फ्यूल स्टेशन की स्थापना की जाएगी। इन स्टेशनों पर पानी से हाइड्रोजन बनाने के लिए प्लांट लगाए जाएंगे। आपको बता दें वर्तमान में यहां डीजल इंजन से ट्रेनें चल रही हैं। हाइड्रोजन एक प्रदूषण रहित ईंधन है और इसके इस्तेमाल से हानिकारक गैसों का उत्सर्जन नहीं होता। हाइड्रोजन के दहन पर केवल जल वाष्प का उत्सर्जन होता है, जो पर्यावरण के अनुकूल माने जाते हैं।
Himachal Pradesh में चलेगी देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन
रेलवे ने डीजल से चलने वाले लोकोमोटिव को हाइड्रोजन इंजन से बदलकर हरित ईंधन आधारित ट्रेनें उपलब्ध करवाने का लक्ष्य रखा है। जानकारी के मुताबिक हाइड्रोजन ट्रेनों को वंदे भारत एक्सप्रेस की तरह ट्रेन सेट के रूप में शुरू किया जाएगा। डीआरएम, अंबाला मंडल मंदीप सिंह भाटिया ने बताया कि नैरोगेज लाइन पर चलने वाली यह देश की पहली हाइड्रोजन ट्रेन होगी और कालका-शिमला रेलमार्ग पर इसके संचालन हेतु 3 हाइड्रोजन गैस स्टेशन की स्थापना की जाएगी।