मुंबई, 19 मार्च 2025: उच्च गुणवत्ता वाले इंजेक्टेबल दवाओं के निर्माण में अग्रणी सोवरेन फार्मा ने एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। कंपनी को EU (यूरोपियन यूनियन) से एसेप्टिक और टर्मिनली स्टेरलाइज्ड उत्पादों के लिए अनुमोदन मिला है। इसमें वायल, ऐंपूल, कार्ट्रिज और प्री-फिल्ड सिरिंज (PFS) शामिल हैं, जो तरल और लियोफिलाइज़्ड (फ्रीज-ड्राय) दोनों फॉर्मूलेशन में उपलब्ध हैं। यह मंजूरी सोवरेन फार्मा की गुणवत्ता, सुरक्षा और वैश्विक स्वास्थ्य सेवा में उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
वैश्विक बाजार में मजबूत उपस्थिति
इससे पहले, सोवरेन फार्मा को ब्राजील की ANVISA और यूके की MHRA से भी मंजूरी मिल चुकी है। ये तीनों प्रतिष्ठित अनुमोदन कंपनी को अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाते हैं और वैश्विक बाजार में इसकी पहुंच को और मजबूत करते हैं।
गुणवत्ता की मिसाल
सोवरेन फार्मा के संस्थापक कैइरूस दादाचांजी ने कहा, “हमारे लिए गुणवत्ता सिर्फ एक मानक नहीं, बल्कि हमारी बुनियाद है। EU की यह मंजूरी हमारे उत्कृष्ट निर्माण कार्य और हर उत्पाद की सुरक्षा, प्रभावशीलता और विश्वसनीयता की गारंटी देती है।”
नए बाजारों में विस्तार और भविष्य की योजनाएं
सोवरेन फार्मा पहले ही 50 से अधिक देशों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है और इन अनुमोदनों के बाद अब कंपनी नए बाजारों में प्रवेश करने की योजना बना रही है। इसके तहत टर्मिनली स्टेरलाइज्ड और एसेप्टिकली फिल्ड इंजेक्टेबल दवाओं का निर्माण किया जाएगा, जिससे वैश्विक स्वास्थ्य क्षेत्र की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
कंपनी ने अपनी निर्माण इकाई को अत्याधुनिक बनाने के लिए 30 मिलियन यूरो का निवेश किया है। इसके तहत आइसोलेटर फिलिंग लाइन्स, ऑटोमैटिक लियोफिलाइज्ड लोडिंग और अनलोडिंग सिस्टम, पूरी तरह ऑटोमेटेड पैकिंग लाइन और PFS व कार्ट्रिज फिलिंग के लिए एक समर्पित बिल्डिंग तैयार की जा रही है। यह सुविधा 2025 के अंत तक उत्पादन के लिए तैयार होगी।
सोवरेन फार्मा की यह उपलब्धि न केवल भारतीय फार्मा उद्योग को वैश्विक स्तर पर मजबूत बनाएगी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षित और प्रभावी दवाओं की उपलब्धता को भी बढ़ावा देगी।
