वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का कहना है कि अगले पांच साल में 1.4 करोड़ नौकरियां खत्म हो सकती हैं।
World Economic Forum : वैसे तो यह न्यूज़ आपको परेशानी में डाल सकती हैं।वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का कहना है कि आने वाले 5 साल यानि की 2027 तक 14 मिलियन जॉब्स को खत्म किया जा सकता हैं।हालांकि यह पूरे वर्ल्ड के लिए एक दर्दनाक बात साबित हो सकती हैं लेकिन सच्चाई भी यही हैं।आर्टिफीसियल इंटेलिजेन्स के मामले में दुनिया इतना आगे जा रहा हैं की आगे जाकर इंसानो की जरुरत ही कम हो जाएगी।
Source : Google, World Economic Forum
वर्ल्ड इकनोमिक फोरम ने की भविष्यवाणी –
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम का कहना है कि 1.4 करोड़ नौकरियां तो जाने वाली हैं।लेकिन इनमें से ज्यादातर वे नौकरी पेशे खतरे में हैं तो एंट्री लेवल पर हैं जैसे रिकॉर्ड-कीपिंग जॉब जोकि 2027 तक 26 मिलियन लोगो के जॉब को छीन सकती हैं।जिस टेक्नोलॉजी को इंसानो ने बनाया आज वही टेक्नोलॉजी इंसानो का दुश्मन बनने वाला हैं।
धीमी हो जाएगी इकनोमिक ग्रोथ –
जॉब मार्किट के कारण इकनोमिक की गति धीमी पड़ेगी और हाई इन्फ्लेशन रेट भी बढ़ेगा। वर्क फाॅर्स बढ़ने के कारण आने वाले समय में 10 कर्मचारी में से 6 कर्मचारियों को ट्रैंनिंग देनी पड़ेगी। ठीक वही 44% कर्मचारियों के स्किल्स पर लगातार काम करने की भी जरुरत पड़ेगी। काम कर रहे सभी कर्मचारियों को अपने स्किल्स पर काम करने का मौका नहीं मिलेगा ऐसी भविष्वाणी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के तरफ से की जा रही हैं।
भारत के लिए हुई भविष्यवाणी –
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने बताया की आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस का प्रभाव भी भारत में देखने को मिलेगा।जिस सेक्टर में टेक्नोलॉजी इतनी ज्यादा नहीं हैं, वहाँ पर अगले आने वाले पांच सालो में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस अपना कमाल दिखाने वाला हैं।लेकिन बात यह हैं की क्या भारत में सभी आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस को इतना जल्दी अपना पाएंगे?क्या हम इतनी बड़े बदलाव के लिए तैयार हैं?भारत आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के बदलाव को लाने के लिए तैयार हैं या नहीं यह जानने के लिए हमारे न्यूज़ वेबसाइट से जुड़े रहे।
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