Facebook Blue Tick : फेसबुक, इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की पैरेंट कंपनी मेटा (Meta) ने प्रीमियम वेरिफिकेशन सर्विस का ऐलान किया है. अब फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी वेरिफाइड अकाउंट यानी ब्लू टिक के लिए पैसे चुकाने होंगे. वेब के लिए इसकी कीमत 11.99 डॉलर और आईओएस के लिए 14.99 डॉलर तय की गई है.स हफ्ते यह सर्विस पहली बार ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में शुरू की जाएगी.
जल्द सर्विस शुरू की जाएगी –
अन्य देशों में जल्द ही यह सर्विस शुरू कर दी जाएगी. कंपनी के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने इस बात की घोषणा की है. जुकरबर्ग ने कहा कि इस हफ्ते से हम मेटा वेरिफाइड शुरू करने जा रहे हैं. ये एक सब्सक्रिप्शन सर्विस है जिसके जरिए आप अपना अकाउंट वेरिफाइड करवा पाएंगे. यूजर्स अपने सरकारी आईडी के जरिए अकाउंट वेरिफाई करा सकेंगे.
सुरक्षा पर दिया जायेगा ध्यान –
जुकरबर्ग ने फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए एक बयान में लिखा, “यह नई सुविधा हमारी सेवाओं में प्रामाणिकता और सुरक्षा बढ़ाने के बारे में है।”संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य देशों के बाजारों में आने से पहले इस सप्ताह ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में मेटा वेरिफाइड शुरू किया जाएगा.
सब्सक्राइबर्स को मिलेगा बैज-
कंपनी के अनुसार, सब्सक्राइबर्स को एक बैज मिलेगा, जो दर्शाता है कि उनका अकाउंट एक सरकारी आईडी से जोड़ा किया गया है, प्रतिरूपण के खिलाफ अतिरिक्त सुरक्षा, ग्राहक सहायता तक सीधी पहुंच और अधिक दृश्यता.सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने कहा कि यह सेवा मुख्य रूप से कंटेंट क्रिएटर्स के लिए होगी जो प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति का विस्तार करना चाहते हैं और एक परीक्षण चरण के बाद समायोजन देख सकते हैं.
खातों में कोई बदलाव नहीं होगा –
कंपनी ने कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पहले से सत्यापित खातों में कोई बदलाव नहीं होगा, केवल 18 वर्ष से अधिक आयु के उपयोगकर्ताओं को Subscription लेने की अनुमति दी जाएगी. सेवा अभी तक व्यवसायों के लिए उपलब्ध नहीं है.यह तुरंत स्पष्ट नहीं था कि जकरबर्ग ने उन देशों में मेटा की योजना कैसे बनाई जहां उपयोगकर्ता प्रति माह 12 डॉलर का भुगतान नहीं कर सकते, या नकद-आधारित अर्थव्यवस्थाओं में जहां उनके पास मेटा को धन प्राप्त करने के कम तरीके हो सकते हैं.
इस लिंक को भी क्लिक करे-https://hindi.krishijagran.com/
Read More..CEO of Niti Aayog : BVR Subrahmanyam को नीति आयोग का नया सीईओ नियुक्त किया गया
7 Responses
Les raisons les plus courantes de l’infidélité entre couples sont l’infidélité et le manque de confiance. À une époque sans téléphones portables ni Internet, les problèmes de méfiance et de déloyauté étaient moins problématiques qu’ils ne le sont aujourd’hui. https://www.xtmove.com/fr/how-to-secretly-hack-my-wife-phone/