देशभर के अलग अलग राज्यों में किसानों को उन्नत किस्मों के ऐसे पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे है जो रोग मुक्त है। वही साथ ही फसलों का उत्पादन बढ़ाने के लिए इजरायल से हाई टेक तकनीक का इस्तेमाल भी सीखा जा रहा है। इनमे से ही एक तकनीक पॉली हाउस फार्मिंग और देश के कई किसान इस दिशा में रुख अपना रहे है वही राजस्थान सरकार की तरफ से इस खेती के लिए किसानों की आर्थिक मदद की जा रही है इसके साथ ही किसान नई तकनीक से पॉली हाउस बनाकर उसमें खेती कर रहे है इसके लिए सरकार उन्हें ट्रेनिंग उपलब्ध करवा रही है।
एक और गांव में मिलेगी सब्सिडी
राजस्थान सरकार ने पॉली हाउस निर्माण पर सब्सिडी को 50 % से बढ़ाकर 95 % तक कर दिया है इससे प्रदेशभर के लघु और सीमान्त किसान काफी ज्यादा प्रभावित हो रहे है वही अधिसूचित जनजाति क्षेत्र के सभी किसानों को इसमे शामिल किया जा रहा है इससे प्रदेशभर के सैकड़ो प्रगतिशील किसानों के साथ ऐसे किसानों को भी इस श्रेणी में शामिल किया गया है जो ग्रीन हाउस नहीं बनवा सकते है उन्हें भी इसका ढेर सारा लाभ मिलेगा। इसके साथ ही इस योजना का फायदा राजस्थान के एक और गांव को दिया जा रहा है।
मिनी इजरायल बनेगा एक गांव
राजस्थान के कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के सचिव राजन विशाल ने बीकानेर के लुणकरणसर में कृषि विज्ञान केन्द्र, आरओसीएल जैतून फार्म और गांव सहनिवाला में हाईटेक टेक्नोलॉजी की मदद से बनाये जा रहें हॉर्टीकल्चर मॉडल क्लस्टर का दौर किया है इसके साथ ही शासन सचिव ने लूणकरणसर के गांव सहनीवाला का भी दौरा किया। इसे हॉर्टीकल्चर डिपार्टमेंट की तरफ से हाइटेक टेक्नोलॉजी की तरफ से मिनी इजरायल मॉडल के तौर पर बनाने की कोशिशें जारी हैं।
किसानों की आमदनी में होगी बढ़ोतरी
किसानों को 500 वर्ग मीटर में ग्रीन हाउस स्थापित करने के लिए 1060 रुपये प्रति वर्ग मीटर, 500 से 1008 वर्ग मीटर के लिए 935 रुपये प्रति वर्ग मीटर, 1008 से 2080 वर्ग मीटर के लिए 890 रुपये तथा 2080 से 4000 वर्ग मीटर पर 844 रुपये प्रति वर्ग मीटर इकाई लागत के आधार पर पात्रतानुसार 50, 70 अथवा 95 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। इसी प्रकार शेडनैट हाउस स्थापित करने के लिए एक हजार से चार हजार वर्ग मीटर पर 710 रुपये प्रति वर्गमीटर लागत के आधार पर सब्सिडी दी जा रही है। इससे किसानों की आमदनी बढ़ेगी और जीवन में सुधार होगा।
30 किसानों को दी जा रही है ट्रेनिंग
इस प्रक्रिया के तहत 30 किसानों को हाई टेक पॉली हाउस, शेड नेट हाउस, लो-टनल, प्लास्टिक मल्च, सिंगल वॉटर सोर्स, कम्युनिटी वॉटर सोर्स, सोलर पंप और ड्रीप इरीगेशन प्लांट में से पॉली हाउस, शेडनेट हाउस के साथ कम से कम किसी और चार तत्वों में से फायदा दिया जा रहा है। वही जिन किसानों का चयन ट्रेनिंग के लिए किया जाएगा, उन्हें पॉलीहाउस की स्थापना पर 2000 वर्गमीटर निर्धारित सीमा पर सब्सिडी दी जाएगी वही राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के तहत लघु व सीमांत किसानों को 95 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी।
