नई दिल्ली: अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद (IMPC) द्वारा पवित्र महासंगम यात्रा का आयोजन किया जा रहा है। जिसका शुभारंभ 23 जनवरी को दोपहर 12:00 बजे दिल्ली के 69, साउथ एवेन्यू से किया जा गया। इस यात्रा को हरी झंडी मुख्य अतिथि भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री तरुण चुग जी द्वारा दिखाई गई। भारतीय धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को पुनः जीवंत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है। इस यात्रा का उद्देश्य भारतीय धर्म और संस्कृति की महिमा को हर घर तक पहुँचाना, 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करना, धार्मिक स्थलों को आध्यात्मिक केंद्रों के रूप में स्थापित करना है, और महा शिवरात्रि के अवसर पर 108 शिव मंदिरों में त्रिशूलों को शक्ति केंद्र के रूप में स्थापित करके इसे संपन्न किया जाएगा। यह यात्रा न केवल भक्ति के रस से भक्तों को जोड़ने का प्रयास है, बल्कि यह समाज में एकता और समृद्धि की भावना भी उत्पन्न करेगी। भगवा, एक वैश्विक आध्यात्मिक मंच, जो दुनिया भर में पूजा सेवाएं प्रदान करके भक्तों की सेवा करने के लिए समर्पित है, इस यात्रा का एक सक्रिय समर्थक और प्रायोजक है।
महासंगम यात्रा का मार्ग भारत के प्रमुख धार्मिक स्थलों से होकर गुजरेगा, जिसमें 12 ज्योतिर्लिंगों का दर्शन, मंदिरों की पवित्रता का पुनर्निर्माण और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। यात्रा की शुरुआत 25 जनवरी प्रयागराज से होगी, जो महाकुंभ के साथ जुड़ा हुआ है, और यह यात्रा पूरे देश में विभिन्न स्थानों से गुजरते हुए 30 दिन बाद दिल्ली में समाप्त होगी। यात्रा के दौरान, विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, जिनमें भजन संध्या, ध्यान, योग, और संस्कृतिपरक कार्यशालाएं शामिल हैं। यह यात्रा भारतीय जनता को अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस यात्रा के माध्यम से मंदिरों को धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के रूप में सहेजने का कार्य किया जाएगा, जिससे आने वाली पीढ़ियों के लिए ये स्थल और भी अधिक पूज्य और आदर्श बन सकें।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव श्री तरुण चुग, ने इस यात्रा के उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए कहा, “महासंगम यात्रा एक धार्मिक प्रयास है, जिसका उद्देश्य न केवल भारत की धार्मिक धरोहर को पुनर्निर्मित करना है, बल्कि सामाजिक एकता और सांस्कृतिक जागरूकता को भी बढ़ावा देना है। हमें विश्वास है कि यह यात्रा समाज में धार्मिक और सांस्कृतिक एकता का संदेश देगी।”
श्री दीप सिहाग सिसाय, राष्ट्रीय महामंत्री, IMPC एवं संयोजक महासंगम यात्रा, ने कहा, “यह यात्रा केवल एक धार्मिक यात्रा नहीं है, बल्कि एक आध्यात्मिक आंदोलन है जो देशभर में भक्ति की एक नई लहर पैदा करेगी। हम चाहते हैं कि लोग इस यात्रा के माध्यम से अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को पहचानें और इसका सम्मान करें।”
इस दौरान एक प्रेस वार्ता का भी आयोजन किया गया जिसमें IMPC के राष्ट्रिय कार्यकारी अध्यक्ष राजेश यादव ने जानकारी दी कि इस यात्रा का उदेश्य अपने युवाओं को अपनी संस्कृति से जोड़ना है। वर्तमान me पाश्चात्य संस्कृति ने भारतीय युवाओं को अपनी गिरफ्त में लिया हुआ है हम उस गिरफ्त को तोडना चाहते है। इसके आलावा हमारे प्राचीन धरोहर प्राचीन मंदिरों me स्वच्छता बनायें रखने के लिए हमारा परिषद् काम करेगा। लोगो और भक्तों को मंदिरों की साफ सफाई को बनायें रखने के लिए काम करेगा साथ ही मंदिरों के पुजारीयों को नेशनल स्किल डेवलेपमेंट के तहत एडवांस ट्रिंग दी जाएगी ताकि हमारे मंदिरों कोडी डिजिटल बनाया जा सकें, और लोग घर बैठे ही हर त्रित के दर्शन कर सके।
इस दौरान Serial entrepreneur and AVPL International के चेयरमेन श्री दीप सिहाग सिसाय, जोकि IMPC के राष्ट्रीय महामंत्री पद भार संभाल रहें है। श्री दीप सिहाग सिसाय इस महासंगम यात्रा संयोजक भी है, उन्होंने दिल्ली के साउथ एवेन्यु में स्तिथ लक्ष्मी नारायण मंदिर में यात्रा से पहले शिव का जलाभिषेक किया। इस दौरान उनकी धर्म पत्नी Ms Preet Sandhuu, फाउंडर एवं एमडी AVPL International भी मौजूद रहीं। उन्होंने बताया कि ये एक धार्मिक कार्य है और AVPL International इस कार्य me मुख्य भूमिका निभा रहा है। हमारे समाज के प्रति कर्तव्यों और अपनी संस्कृति को सहेज के रखने में सभी को एकजुट होकर काम करना जरुरी है। देश, समाज और संस्कृति की सेवा हमारा संसथान सदैव समर्पित है।
उन्होंने कहा कि हमारे समाज पर इस यात्रा का समाज पर गहरा प्रभाव पड़ेगा। यह न केवल लोगों को भक्ति और धर्म से जोड़ने का काम करेगी, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को पुनः स्थापित करने का भी एक प्रयास है। समाज में एकता, सामूहिकता और सांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए यह यात्रा अहम साबित होगी। यह यात्रा धर्म और आस्था के नए आयाम को प्रस्तुत करेगी और लोगों के मन में धार्मिक स्थलों के प्रति गहरी श्रद्धा उत्पन्न करेगी। महासंगम यात्रा, भारतीय संस्कृति और धार्मिक जीवन के सम्मान को पुनः स्थापित करने का प्रयास है, जो हमें अपने गौरवपूर्ण अतीत से जोड़ते हुए एक उज्जवल भविष्य की ओर ले जाएगी।
IMPC के बारे में: अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद (IMPC) एक नॉट-फॉर-प्रॉफिट आर्गेनाइजेशन है जो भारतीय मंदिरों और सांस्कृतिक स्थलों को उनके पुनर्निर्माण और पुनर्जीवन के लिए काम करता है। समुदायों, निजी कंपनियों और सरकारों के सहयोग से IMPC मंदिरों के संरक्षण, समुदायों के उत्थान और पर्यावरणीय स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न समितियों के माध्यम से काम करता है, जैसे कि मंदिर विकास और संरक्षण समिति, मंदिर कार्यकर्ताओं के लिए विकास समिति, भारत जल संरक्षण समिति, शक्ति भारत मिशन और सामुदायिक सेवा समिति।
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