Success Story: हर एक युवा सरकारी अफसर बनना चाहता है इसके लिए वह जी तोड़ मेहनत भी करता है और अफसर बनने के लिए वह रात दिन एक कर देता है चाहे उसके लिए परिस्थितियां कैसी भी हो वह विषम परिस्थितियों में भी अपने लक्ष्य पर ही अडिग रहता है ऐसी ही सफलता की कहानी राजेश वर्मा की भी है जिन की कहानी आज हम आपको बताएंगे उनके सामने भी कई विपरीत परिस्थितियां आई लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगातार प्रयास करते रहे और अपना एसडीएम बनने का सपना पूरा किया तो आइए बात करते हैं राजेश वर्मा की कि उन्होंने सफलता कैसे प्राप्त की.
राजेश वर्मा का कहना है कि अगर आप किसी भी सिविल सेवा की तैयारी में लगे हुए हैं तो आपको उसके लिए सब कुछ भूलकर कड़ी मेहनत करनी होगी फिर चाहे आप किसी भी मीडियम, चाहे हिंदी मीडियम से हो या फिर इंग्लिश मीडियम से उससे कोई फर्क नहीं पड़ता है बस आप में अपना लक्ष्य पाने का जुनून होना चाहिए और आप मेहनत करने से पीछे नहीं हटने चाहिए हो सकता है आपको सुरु में असफलता हाथ लगे लेकिन आपको लगातार प्रयास करते रहने होंगे और पूरी मेहनत के साथ तैयारी करनी होगी.
Success Story: राजेश का मीडियम था हिंदी
दोस्तों आपको बता दें कि राजेश वर्मा की पढ़ाई हिंदी मीडियम से ही हुई थी और वह पढ़ाई में शुरू से ही कमजोर थे लेकिन उनमें अधिकारी बनने की जो ललक व ख्वाहिश थी उसी ने उनकी जिंदगी बदल दी राजेश वर्मा ने यह ठान लिया था कि उन्हें यूपीपीसीएस की परीक्षा में पास हो कर अधिकारी बनना है इसके लिए उन्होंने लगातार प्रयास किए और लगभग 5 साल तक कड़ी मेहनत की कई बार वह परीक्षाओं में असफल भी हुए लेकिन उन्होंने अपना हौसला नहीं हारा और लगातार प्रयास करते रहे और आखिरकार उन्हें साल 2020 में सफलता प्राप्त हुई.
राजेश वर्मा ने आगे बात करते हुए बताया कि जब भी आप किसी भी सिविल सेवा की या सरकारी नौकरी की तैयारी करते हैं तो आप में आत्मविश्वास होना चाहिए हो सकता है कि आपको शुरू में असफलता मिले, लेकिन उससे आपको निराश नहीं होना है और लगातार प्रयास करते रहने हैं और दुगने जोश के साथ आगे बढ़ना है.अगर आप इन एग्जाम की तैयारी एक योजना बनाकर करेंगे तो आपके लिए सफलता प्राप्त करना आसान हो जाएगा और आपको के जल्दी सफलता प्राप्त करने के चांस भी बढ़ जाएंगे।