भारत के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने 9 दिसम्बर को पानीपत से वर्चुअल माध्यम के जरिए महाराणा प्रताप उद्यानिकी विश्वविद्यालय, करनाल के मुख्य परिसर का शिलान्यास किया। इस परियोजना की कुल लागत 700 करोड़ रूपये है जिसमें 421 करोड़ मुख्य परिसर के लिए स्वीकृत किए गए हैं।
इस कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय, केंद्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, केंद्रीय मंत्री श्री मनोहर लाल, और सहकारिता राज्यमंत्री श्री कृष्ण पाल गुर्जर भी मौजूद रहे। इसका आयोजन करनाल के उचानी गांव में विश्वविद्यालय परिसर के स्थान पर किया गया, जिसकी अध्यक्षता विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. सुरेश कुमार मल्होत्रा ने की। इस मौके पर 500 से ज्यादा किसान और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे
यह विश्वविद्यालय भारत का सातवां उद्यानिकी विश्वविद्यालय होगा, जो फल, सब्जियां, फूलों की खेती, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन और औषधीय पौधों पर शिक्षा, शोध और विकास के लिए काम करेगा। इससे किसानों की आय बढ़ेगी और हरियाणा में रोजगार के नए अवसर बनेंगे।
यह विश्वविद्यालय 65 एकड़ में बनेगा और इसमें अकादमिक और प्रशासनिक भवन, छात्रावास, कर्मचारी आवास, खेल के मैदान और ऑडिटोरियम जैसी सुविधाएं होंगी। यहां बी.एससी., एम.एससी., और पीएच.डी. जैसे पाठ्यक्रमों से पढ़ाई होगी।
यह परियोजना हरियाणा के किसानों के लिए एक बड़ा कदम है, जो उन्हें नई तकनीकों और फसल विविधता के बारे में सीखने का अवसर देगी। यह विश्वविद्यालय राज्य के किसानों, महिलाओं और युवाओं के जीवन को बेहतर बनाने में मदद करेगा।
