Himachal News: सतलुज पेयजल प्रोजेक्ट के कार्य की रफ्तार को देखते हुए मई 2025 तक सतलुज का पानी शिमला लाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए 22 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन बिछनी है
जिनमें से अब तक 7.2 किलोमीट यानि 7200 मीटर लंबी पाइपलाइन बिछाई जा चुकी है।
करीब 6 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है
मशीनों की मदद से पेयजल लाइन बिछाने का काम चल रहा है। पहले चरण में देवीधार से दवाडा के लिए करीब 6 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है। अब डुम्मी से संजौली के लिए पेयजल लाइन बिछाई जा रही है। यहां भी करीब 1200 मीटर लंबी लाइन बिछ चुकी है।पेयजल कंपनी के अनुसार डुम्मी से संजौली तक बिछने वाली लाइन रिहायशी इलाकों और शहरी क्षेत्र से होकर गुजरनी है। ऐसे में वन विभाग, लोक निर्माण विभाग समेत अन्य महकमों और निजी भूमि मालिकों से भी एनओसी ली जा रही है। शहर में इस प्रोजेक्ट के तहत पेयजल लाइनें बिछाने के प्रोजेक्ट का टेंडर अभी लटका पड़ा है, लेकिन राहत यह है कि सतलुज से शिमला पानी लाने का पहला काम जोरों से चल रहा है।
सतलुज का पानी शिमला पहुंचने पर शहरवासियों को 24 घंटे पानी मिलने लगेगा
मई 2025 के बाद सतलुज का पानी शिमला पहुंचने पर शहरवासियों को 24 घंटे पानी मिलने लगेगा। सतलुज से अभी 42 एमएलडी पानी शिमला के लिए लिफ्ट होना है।नगर निगम शिमला के महापौर सुरेन्द्र चौहान का कहना है सतलुज नदी के किनारे शकरोड़ी में सात अलग-अलग टैंक तैयार किए जा रहे हैं। इनमें से पांच का कार्य लगभग पूरा हो चुका है जबकि दो का काम अंतिम चरण में है। पंपिंग स्टेशन के निर्माण का काम भी चल रहा है। कर्मचारी आवास भी तैयार किए जा रहे हैं।
शिमला आने के बाद सबसे पहले यह पानी ढली टैंक में गिरेगा
सतलुज से शिमला आने के बाद सबसे पहले यह पानी ढली टैंक में गिरेगा। यहां आठ एमएलडी की क्षमता वाला बड़ा टैंक तैयार किया जा रहा है। इसका कार्य भी अंतिम चरण में है.सतलुज से शिमला पानी लाने के प्रोजेक्ट के तहत 7.2 किलोमीटर लंबी पेयजल लाइन बिछाई जा चुकी है। टैंक और पंपिंग स्टेशन भी तैयार किए जा रहे हैं। प्रयास है कि मई 2025 से पहले सतलुज का पानी शिमला पहुंच जाए।
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