भारत के सबसे खूबसूरत और अधिक देखे जाने वाले पर्यटन स्थलों में एक Himachal Pradesh में आपको हिमालय की वादियों और अद्वितीय प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद लेने को मिलता है। यहां एक से बढ़कर एक खूबसूरत हिल स्टेशन हैं जहां देशभर से सैलानी घूमने के लिए आते हैं। यहां आपको पहाड़, घाटियां, नदी और झरने जैसे कई मनमोहक दृश्य देखने को मिल जाएंगे। आप में से अधिकतर लोग शिमला और मनाली के बारे में तो जानते ही होंगे।
लेकिन आज हम आपको प्राकृतिक सौंदर्य और अद्भुत शांति वाले Himachal Pradesh के एक ऐसे गांव के बारे में बताने जा रहे हैं, जो देश की सरहद पर बसा हुआ है। जिस जगह की हम बार कर रहे हैं वह है छितकुल गांव, जो बास्पा नदी के किनारे किन्नर-कैलाश के पास बसा हुआ है। यहां की सबसे बड़ी खासियत यहां की प्राकृतिक सुन्दरता है। 11,319 फीट की ऊंचाई पर भारत-तिब्बत बॉर्डर पर बसा छितकुल गांव पर्यटक और ट्रेकर्स के लिए किसी जन्नत की तरह है।
प्राकृतक आश्चर्यों से भरपूर है Himachal Pradesh का छितकुल गांव
आपको बता दें छितकुल गांव चारों तरफ से प्राकृतिक सुन्दरता से घिरा हुआ है। इतना ही नहीं यह 2023 में भारत का बेस्ट टूरिज्म विलेज ऑफ द ईयर भी रह चुका है। यहां आप हिमालय की ऊंची-ऊंची चोटियों, हरी-भरी घाटियों, सेब के पेड़ और पाइन के जंगल के साथ सुबह पक्षियों की चहचहाहट का आनंद ले सकते हैं। अगर आपको शहरों की भीड़-भाड़ से दूर किसी शांत जगह की तलाश है, तो भला इससे अच्छा विकल्प क्या होगा।
यहां आप जिधर नज़र घुमाएंगे आपको लकड़ी से बने पारंपरिक घर देखने को मिल जाएंगे। इन घरों की दीवारें पत्थरों से बनी हुई हैं, जो मुख्य तौर पर Himachal Pradesh की वास्तुकला है। यह इस गांव की सबसे बड़ी खासियतों में से एक है, जो शहरों में बने कॉंक्रीट के जंगलों को देखकर थक चुकी आपकी आँखों को ताजगी का अहसास करवाएगी।
रास्ते में हो सकती है थोड़ी कठिनाई
आपको बता दें छितकुल गांव काफी ज्यादा ऊंचाई पर और अंदर स्थित है, जिसकी वजह से यहां पंहुचने में थोड़ी कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। छितकुल सांग्ला से से करीब 20 किमी की दूरी पर स्थित है, जो इसका सबसे नज़दीकी शहर है। यहां पंहुचने के बाद आपकी सारी थकावट गायब हो जाएगी और साथ ही आपको स्थानीय परम्पराओं और रीति-रिवाजों के अनुभव का मौका मिलेगा।