उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से गांव की महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए एक पहल शुरू की है। वहीं इस बार सोर ऊर्जा में नवाचार को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है जिसमें 10,000 ‘पर्यावरण सखियों’ को ट्रेनिंग देने और उन्हें स्थायी आजीविका के अवसरों से जोड़ने की योजना है। वहीं राज्य सरकार ने शनिवार को कहा कि इस पहल से उत्तर प्रदेश की पर्यावरणीय रूप से सतत विकास की यात्रा में एक नया मील का पत्थर साबित होने की उम्मीद है।
414 महिला उद्यमियों को हुआ लाभ
इस मिशन के तहत प्रेरणा ओजस प्राइवेट लिमिटेड सौर ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देने में सक्रिय रूप से काम कर रही है जिसमें सोर ऊर्जा उत्पादन, निर्माण, विकेंद्रीकृत सौर प्रणाली और स्वच्छ खाना पकाने के उत्पाद और सौर खुदरा आउटलेट शामिल किए गए है वहीं वित्त वर्ष 2024 -25 में लखनऊ में एक सौलर मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स बनाई गई और 20 जिलों के 207 विकास खंडों में 414 सौर दुकानें शुरू की गईं जिससे 414 महिला उद्यमियों का काफी फायदा होगा।
सौलर बेस्ड फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स को मिला बढ़ावा
इसके अलावा, ड्रायर और डिफ़्रिज सहित 80 सोलर बेस्ड फूड प्रोसेसिंग यूनिट्स लगाई गईं और 60 महिलाओं को ‘सूर्य सखी’ के रूप में ट्रेनिंग दी गई। यह पहल महिलाओं के लिए तकनीकी और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में भाग लेने और योगदान करने के लिए हुए रास्ते खोल रही है और इस मिशन की निदेशक दीपा रंजन ने कहा है कि अगले तीन वर्षों में उत्तर प्रदेश को सौर ऊर्जा और महिला-नेतृत्व वाली उद्यमिता के केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए एक व्यापक रोडमैप तैयार किया जा रहा है।
इन सौर उत्पादों की जाएगी बिक्री
सरकार के द्वारा तय किए गए सम्मान में सौर लालटेन, मोबाईल चार्जर और छोटे घरेलू उपकरण भी शामिल है और मरम्मर के केंद्र के रूप में काम करेगी वहीं पहल के माध्यम से 3,304 महिलाओं को वित्तीय स्वतंत्रता मिलेगी और साथ ही ग्रामीण सौर पैठ को बढ़ावा मिलेगा। इसके अलावा, राज्य का लक्ष्य खाद्य प्रसंस्करण मशीनों, ड्रायर और डिफ्रिज जैसी 20,000 विकेन्द्रीकृत सौर-संचालित प्रणालियां स्थापित करना है।
ग्रीन एनर्जी को मिलेगा बढ़ावा
उनका यह प्रयास धुंआ मुक्त रसोई और स्वच्छ ग्रामीण वातावरण सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाएगा। इस साथ ही घर के अंदर के वायु प्रदूषण को कम करने के लिए महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार करने और स्वस्थ, अधिक टिकाऊ ग्रामीण जीवन शैली को बढ़ावा देने में मदद करेगा। इन संयुक्त हस्तक्षेपों के माध्यम से, योगी सरकार का लक्ष्य एक लाख महिलाओं को सौर ऊर्जा से चलने वाली आजीविका से जोड़ना है यह बड़े पैमाने पर सशक्तिकरण की पहल ने केवल महिलाओं की आर्थिक स्वतंत्रता को बढ़ाएगी, बल्कि राज्य में ग्रीन एनर्जी को अपनाने में भी तेजी लाएगी। जिससे उत्तर प्रदेश स्वच्छ ऊर्जा और समावेशी विकास के लिए एक राष्ट्रीय मॉडल के रूप में स्थापित हो
