सुमन महाशा. कांगड़ा
गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म महाविद्यालय में विषमुक्ति का संदेश दिया गया। नशा विरोधी संगठन नगरोटा के संस्थापक मनोज मेहता से लेकर छात्रों तक नशा क्या है? इसके लक्षण क्या है? और व्यक्ति को उनकी शक्ति से मुक्त करने का उपाय बताएं। संस्था की मदद से नशे की लत से उबरे लोगों ने मंच के माध्यम से छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने अपने अनुभवों के बारे में बात की, कि कैसे एक उत्कृष्ट शिक्षा और अच्छी नौकरियों के बाद वह नशे की लत में पड़ गए और कैसे दो दिनों की विलासिता ने उनके अच्छे जीवन के सपने को नष्ट कर दिया। कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर अरविंद कुमार ने संस्थान से आये सभी लोगों का स्वागत किया.
संस्था के संस्थापक मनोज मेहता ने कहा कि नशे के आदी व्यक्ति को समाज भी तिरस्कृत करता है, जबकि उस समय उसे स्नेह की सबसे अधिक जरूरत होती है। उन्होंने नशीली दवाओं की लत से जूझ रहे लोगों के लिए संगठन के व्यापक समर्थन के बारे में भी बात की। कॉलेज के निदेशक एवं रेक्टर डॉ. विवेक शर्मा ने नशे को खत्म करने के लिए संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि नशे को खत्म करने में समाज की बड़ी भूमिका है और सभी के सहयोग व प्रयास से सभी बीमारियों को खत्म किया जा सकता है। अंत में असिस्टेंट प्रोफेसर अनुराग शर्मा ने सभी का धन्यवाद किया। इस मौके पर संस्था की कार्यकारी निदेशक अर्चना सूद, संस्था से जुड़े कृषि विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त राकेश सूद और कॉलेज के शिक्षक भी मौजूद रहे।