धीरे धीरे ठंड लगातार बढ़ती ही जा रही है ऐसे में सुबह और रात के समय मौसम लगातार गिरता ही जा रहा है। ऐसे में सुबह सुबह गाड़ी स्टार्ट करने में काफी परेशानी होती है लेकिन अक्सर देखा जाता है कि लोग समय पर अपनी गाड़ी की सर्विस नहीं करवाते है। इसके साथ ही इंजन ऑयल पुराना होता जा रहा है और लोग Oil को बदलते नहीं है। यदि आप भी अपनी गाड़ी को फ़ीट रखना चाहते है तो आज हम आपको कुछ उपाय बता रहे है की गाड़ी में कितने किलोमीटर के बाद Oil का टॉप-अप या चेंज करवाना चाहिए।
इंजन ऑयल का काम
इंजन ऑयल के लगातार इस्तेमाल से इसकी ‘ल्यूब्रिकेट’ और ‘साफ’ करने की क्षमता वृद्धि होती है। जिससे बाद इंजन का सामान्य तरीके से काम करना असंभव हो जाता है। और काफी मामलो में इंजन खुल भी जाता है और फिर तगड़ा नुकसान होता है।
टॉपअप या कब बदलें इंजन ऑयल
गाड़ी में इंजन ऑयल हर 5,000 से 6,000 किलोमीटर चलने के बाद बदल लेना चाहिए ऐसा करने से इंजन की लाइफ बढ़ती है इसके साथ ही परफॉरमेंस में भी लगातर सुधार आता है जबकि सर्दियों में आपको इंजन ऑयल समय पर बदलना होगा। अगर आपकी गाड़ी सिटी में हर रोज 50 किमी से ज्यादा चलती तो सर्विस के साथ इंजन oil का भी ध्यान रखना होगा।
आ सकती बड़ी दिक्क्त
यदि आप समय पर इंजन ऑयल नहीं चेंज नहीं करवाते तो इंजन को काफी नुकसान होने लगता है। फ्यूल की खपत बढ़ने लग जाती जाती है। ओवरहीट की समस्या शुरू हो जाती है। इसके साथ ही शोर का स्तर बढ़ जाना और कई मामलों में तो इंजन पूरी तरह फेल भी हो सकता है। जिसकी वजह से आपका काफी नुकसान हो सकता है।
गाड़ी में समय पर इंजन ऑयल बदला लेना महत्वपूर्ण है। अगर इंजन ऑयल की मात्रा कम लगे और काला पड़ गया हो तो इंजन ऑयल डलवा लें या टॉप-अप करवा लें। इस समय बाजार में अलग-अलग इंजन ऑयल आने लगे हैं जो कि बढ़िया परफॉरमेंस मिलेगी लेकिन आपको वही इंजन ऑयल इस्तेमाल करना चाहिए जो कंपनी द्वारा Recommend किया गया हो।
आपको बता दे, सर्दियों में तापमान गिरने पर इंजन ऑयल गाढ़ा हो जाता है, जिससे वह आसानी से सर्कुलेट नहीं कर पाता। ऐसे में विंटर-ग्रेड इंजन ऑयल का उपयोग आप अपनी गाड़ी में कर सकते हैं, क्योंकि ये इंजन ऑयल ठंड के मौसम में तरल बना रहता है। आप मल्टीग्रेड ऑयल को चुनें, जो कम और ज्यादा तापमान दोनों में प्रभावी हो।