भारतीय किचन में मिलने वाले मसाले किसी औषधी से कम नहीं है। इन्हीं में से एक मसाला सौंफ है। जिसका इस्तेमाल कई डिश में तड़का लगाने के लिए किया जाता है इसके साथ ही कुछ देशी रेस्टोरेंट में खाने के बाद में सौंफ सर्व की जाती है। सौंफ स्वाद बढ़ाने के साथ गुणों का खजाना है। इसके बारे में कम है की सौंफ में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व पाए जाते है जो शरीर के इंफ्लामेट्री सिस्टम को मजबूत करने का काम करते है।
सौंफ के बीजों में भरपूर मात्रा में कैलोरी मिल जाती है लेकिन इसमें औषधीय तत्व पाए जाते है। ये हमारी हेल्थ के लिए काफी लाभकारी होती है। इसमें लोग एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर डायट लेते है उन्हें कैंसर, हार्ट की बीमारी, न्यूरोलॉजिकिल बीमारी, मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज का खतरा कम हो जाता है।
सौंफ में एनेथॉल पाया जाता है जो कैंसर जैसी बीमारियों से लड़ने की क्षमता देता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह ब्रेस्ट कैंसर सेल्स को खत्म करता है और इसका शरीर में फैलाव भी कम करता है।
सौंफ का इस्तेमाल वजन कम करने के लिए भी किया जाता है इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर होते है जो लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होने देते है कुछ लोग फैट लॉस के लिए सौंफ की चाय या सौंफ का जूस पीते है।
सौंफ में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं। जो बैक्टीरिया और अन्य जहरीले पदार्थ की ग्रोथ को रोकता है।
सौंफ का पानी मेस्ट्रुअल क्रैम्प्स से भी राहत दिलाता है। इसके अलावा इसे डाइजेशन ठीक करने के लिए भी खाया जाता है।