घी और ऑलिव ऑयल सेहत के लिए काफी लाभकारी होता है। दोनों का इस्तेमाल खाना पकाने से लेकर, स्कीन और बालो पर किया जाता है। भारत में निर्मित घी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है जबकि ऑलिव ऑयल विदेशों में ज्यादा इस्तेमाल होता है, जो वहीं से देश में आया है। घी में विटामिन ए, डी, ई और के होता है। जबकि ऑलिव ऑयल दो प्रकार के होते है ऑलिव ऑयल और एक्स्ट्रा वर्जिन ऑलिव ऑयल।एक्स्ट्रा वर्जिन तेल, नॉर्मल ऑलिव ऑयल से ज्यादा सेहतमंद होता है। अगर इन दोनों में से किसी एक का चुनाव किया जाए, तो काफी मुश्किल होगा क्योंकि दोनों ही सेहत के लिए फायदेमंद हैं। ऐसे में आइए जान लेते है दोनों में किसका सेवन करना ज्यादा लाभकारी होता है।
घी या ऑलिव ऑयल, क्या खाएं?
घी में सैचुरेटेड फैट्स होते हैं। वहीं, जैतून के तेल में मोनो अनसैचुरेटेड फैट्स होते हैं। जबकि घी आंतों को सेहतमंद रखता है। वहीं, ऑलिव ऑयल खाने से शरीर में सूजन कम होती है। ऑलिव ऑयल में खाना पकाकर खाने से कोलेस्ट्रॉल भी कम होता है। एक रिपोर्ट में डॉ. विशाल बताते हैं कि ऑलिव ऑयल में हेल्दी फैट्स होते हैं, जो आपकी सेहत के लिए अच्छे हैं, इसके साथ ही यह न्यूट्रिशन को भी बढ़ाते हैं। वहीं, घी का सेवन यदि सीमित तौर पर न किया जाए, तो थोड़ा जोखिम हो सकता है। हालांकि, डॉक्टर यह भी बताते हैं कि दोनों के फायदे अलग-अलग हैं, इसलिए एक का चुनाव करना संभव नहीं है।
दोनों में अंतर
घी को तक आंच पर पकाया जा सकता है जबकि ऑलिव ऑयल को 320 डिग्री से ज्यादा ताप पर नहीं पका सकते है। घी का पचना काफी आसान होता है लेकिन लैक्टोज इंटॉलरेंस वाले मरीजों के लिए ऑलिव ऑयल ज्यादा बेहतर है। घी आंतों के लिए ज्यादा फायदेमंद है, इससे आपकी इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है। घी खाने से हड्डियों में मजबूती आती है। यदि बात करे, ऑलिव ऑयल की तो यह एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होता है। दिल के मरीजों के लिए घी की तुलना में ऑलिव ऑयल का सेवन बेहतर होता है। आपको बता दें, दोनों में कैलोरी होती है लेकिन घी के मुकाबले ऑलिव ऑयल में थोड़ा कम होता है।
घी के फायदे
पाचन दुरुस्त करे।
हड्डियों को मजबूत बनाएं।
स्किन का ग्लो बढ़ाने में सहायक।
इम्यूनिटी को मजबूत करें।
ऑलिव ऑयल के फायदे
हार्ट फ्रेंडली।
मोटापा कम करे।
सूजन को कम करे।
ब्लड प्रेशर असंतुलन में सहायक।