हिमाचल प्रदेश के कुछ जिलों शिमला, मंडी और कुल्लू में बादल फटने की वजह से आई बाढ़ की वजह से लोगो आर्थिक हानि हुई है। तीनो जिलों में करीब 52 लोग लापता है जबकि हाल ही में 3 लोगों के शव बरामद किए गए है शिमला में 35 , मंडी में 9 और कुल्लू में 7 लोगों के शव लापता किए गए है कुल्लू के जाओन व निरमंड में बादल फटने से श्रीखंड यात्रा के यात्री भी प्रभावित हुए है ऐसे में सरकार की तरफ से प्रशासन के तरफ से बाढ़ प्रभावित इलाकों में बड़े पैमाने पर राहत व बचाव कार्य शुरू किए गए है। इससे सबसे ज्यादा तबाही जिला के रामपुर इलाके के झाकड़ी में हुई है यहाँ सैलाब और भूस्खलन के कारण 36 लोगों की तलाश की जा रही है।
झाकड़ी में समेज खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक बादल फटने से आये सैलाब के कारण लोगों को बचाने के लिए प्रशासन ने बचाव अभियान तेज कर दिया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व अग्निशमन की टीमें बचाव अभियान में जुटी हैं। शिमला के उपायुक्त अमित कश्यप मौके पर मौजूद हैं और बचाव अभियान की निगरानी के रहे हैं। प्रशासन के मुताबिक बचाव दलों ने बाढ़ में फंसे दो लोगों को सुरक्षित बचा लिया है, जबकि घटनास्थल से दो लोगों के शव बरामद हुए हैं। 36 स्थानीय लोग अभी भी लापता हैं। इनमें बच्चे व महिलाएं भी शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश में आए सैलाब की वजह से लोगों को बचाने के लिए प्रशासन ने बचाव अभियान तेज कर दिया है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस व अग्निशमन की टीमें बचाव बचाव कार्य में जुट गयी है। वही प्रशासन ने बाढ़ में फंसे हुए कुछ लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है, जबकि घटनास्थल से लोगों के शव बरामद किए गए है जबकि 36 स्थानीय लोग अभी भी लापता है। इनमें से कुछ बच्चे और महिलाएँ शामिल है।
कुल्लू में पुल टूटे, कई घर बहे, सात लापता
कुल्लू जिले में भारी वर्षा की वजह से कुछ इलाकों में काफी नुकसान हुआ है। कुल्लू में बदाल फटने की वजह से 2 पुल ध्वस्त हुए है इनमें एक निर्माणाधीन पुल है। इसके अलावा आठ से नौ घर बह गए और सात लोग है, इसके बाद में राहत और बचाव दल के लापता लोगों की तलाश में जुट गए है।
सीएम सुक्खू कर रहे राहत व बचाव कार्यों की मॉनिटरिंग
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद राहत व बचाव कार्यों की जाँच पड़ताल में जुट गए है वही उन्होंने एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, होम गार्ड और फायर सर्विसेज की टीमें राहत और खोज बचाव कार्य में जुटी हुई है। राज्य सरकार स्थानीय लोगों की सहायता के लिए निरंतर प्रयास कर रही है वही अधिकारियों को निर्देश दिए गए है, कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों की तुरंत जानकारी उपलब्ध करवाएं।
