Pharma news latest: अब आप अपनी दवाओं पर QR कोड की जांच कर सकते हैं, ताकि आपकी दवाओं की प्रामाणिकता सुनिश्चित हो सके। सरकार ने दवा की प्रामाणिकता और पारदर्शिता के लिए सख्त नियमों का पालन करने के लिए दवाओं पर QR कोड को अनिवार्य किया है, जो 1 अगस्त से प्रभावी हो चुके हैं।
इसका मतलब है कि अब दवाओं की पैकेजिंग पर बारकोड लगाना जरूरी है, जिससे उनकी प्रामाणिकता सुनिश्चित हो सके। इसमें सभी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे उत्पाद की विशिष्ट पहचान कोड, ठीक और सामान्य नाम, ब्रांड नाम, निर्माता का नाम और पता, बैच नंबर, निर्माण तिथि, समापन तिथि, और निर्माण लाइसेंस नंबर शामिल होते हैं।
यह कदम दवाओं की आपूर्ति श्रृंखला में पारदर्शिता को बढ़ावा देता है और जाली या घटिया दवाओं के आगमन को रोकने में मदद करता है। बड़ी फार्मा कंपनियाँ पहले से ही इस कोड का उपयोग कर रही हैं, लेकिन छोटी कंपनियाँ के पास नए नियमों का पालन करने के लिए 30 से 60 दिन की दिए गए है।
इसे लागू करने से दवाओं की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार होगा।यह कदम दवा के पैकेजिंग पर QR कोड लगाने का है, जिससे आप आपकी दवाओं की प्रामाणिकता जांच सकते हैं। 1 अगस्त से, लगभग 300 दवाएँ, जैसे कि डोलो और अज़िथ्रोमाइसिन, की पैकेजिंग पर एक बारकोड लगाने के लिए आवश्यक हो गए है।
यह कदम दवा क्षेत्र में जवाबदेही और पारदर्शिता को मजबूती देने के लिए उद्देश्यित है। इसमें खासकर Schedule H2 में निर्दिष्ट दवा संयोजन उत्पादों के निर्माताओं को उनकी पैकेजिंग लेबल पर एक बारकोड या क्विक रिस्पॉन्स कोड शामिल करने की आवश्यकता है।
यह कोड विशेष सॉफ़्टवेयर का उपयोग करके सत्यापित किए जा सकने वाले महत्वपूर्ण डेटा और जानकारी को स्टोर करेगा। यह डेटा उत्पाद की पहचान कोड, नाम, ब्रांड, निर्माता और पता, बैच नंबर, निर्माण तिथि, समापन तिथि, और निर्माण लाइसेंस
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