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सीमा कुमारी@नवभारत
भगवान शिव को समर्पित ‘प्रदोष व्रत’ (Pradosh Vrat 2023) हर माह में दो बार रखा जाता है, एक कृष्ण पक्ष में और दूसरा शुक्ल पक्ष में। इस बार कार्तिक माह का दूसरा और आखिरी प्रदोष व्रत 24 नवंबर, शुक्रवार के दिन रखा जाएगा। शुक्रवार के दिन पड़ने के कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाएगा। सनातन धर्म में प्रदोष व्रत का बड़ा महत्व है। ऐसे में आइए जानें कार्तिक माह का दूसरा और आखिरी प्रदोष व्रत का शुभ मुहूर्त और किन चीजों के दान करना जातक के लिए शुभ हो सकता है।
शुभ मुहूर्त
कार्तिक माह की शुक्ल त्रयोदशी तिथि का प्रारम्भ 24 नवंबर 2023, शुक्रवार के दिन शाम 7 बजकर 6 मिनट पर हो रहा है। वहीं इसका समापन 25 नवंबर शाम 5 बजकर 22 मिनट पर होगा। ऐसे में प्रदोष व्रत 24 नवंबर, शुक्रवार के दिन किया जाएगा। शुक्रवार के दिन पड़ने के कारण इसे शुक्र प्रदोष व्रत कहा जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7 बजकर 6 मिनट से रात 8 बजकर 6 मिनट तक रहेगा।
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करें इन चीजों का दान
ज्योतिषियों के अनुसार, सनातन धर्म में अन्न दान को सबसे उत्तम दान माना गया है। ऐसे में आप प्रदोष व्रत के दिन किसी जरूरतमंद को अन्न का दान कर सकते हैं। इससे साधक पर महादेव की कृपा बरसती है और घर-परिवार में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
कहते हैं, इस दिन सफेद रंग के वस्त्रों का दान करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा करने से व्यक्ति के मान-सम्मान में वृद्धि होती है। साथ ही साधक को करियर में सफलता प्राप्त होती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि पुराने वस्त्रों का दान नहीं करना चाहिए।
प्रदोष व्रत के दिन उड़द दाल का दान करना बहुत ही लाभकारी माना गया है। ऐसा करने से व्यापार-व्यवसाय में लाभ के योग बनते हैं। वहीं, सोमवार और प्रदोष व्रत के दिन सफेद चीजें जैसे चीनी, चावल और दूध का दान करना अच्छा माना जाता है। इससे जातक की कुंडली में चन्द्रमा मजबूत होता है।
