पिछले कुछ दिनों से Himachal Pradesh में मौसम ने अपना मिजाज़ बदला हुआ है। इसी के चलते प्रदेश के कई इलाकों में तापमान सामान्य से नीचे गिर गया है, जिसके चलते सब्जियों के दामों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। पिछले दिनों राजधानी शिमला के तापमान में काफी गिरावट देखने को मिली और इसी के साथ मंडी में सब्जियों के दामों में उछाल आया। सब्जियों के बढ़ते सामान के कारण आम लोगों का जीवन मुश्किल हो गया है और उन्हें महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है।
सर्दियों में लोग शरीर में गर्मी बनाये रखने के लिए लहसुन और अदरक जैसी चीज़ों का सेवन ज्यादा करते हैं, लेकिन फ़िलहाल इनके दाम इतने बढ़ गए हैं कि यह लोगों की थाली से गायब होने लगे हैं। हालाँकि आलू और प्याज के दामों ने लोगों को थोड़ी राहत प्रदान की है। आपको बता दें राजधानी शिमला की लोअर बाजार सब्जी मंडी में शिमला मिर्च के दाम 80 से 100 रुपये प्रति किलो चले गए हैं जो 60 रुपये किलो बिकती थी। इसके अलावा मटर, गोभी, बैंगन सहित अन्य सब्जियों में भी 10 से 20 रुपये प्रति किलो की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
Himachal Pradesh में सब्जियों की कम आपूर्ति है बढ़ते दामों का कारण
विक्रेताओं ने बताया कि सब्जियों के बढ़ते दामों का कारण इनकी कम आपूर्ति है। ग्राहकों के मुताबिक कुछ सब्जियों के दाम राहत प्रदान कर रहे हैं, तो वहीं कुछ के दामों ने उनका रसोई का बजट बढ़ा दिया है। आपकी जानकरी के लिए बता दें प्रदेश में आलू और प्याज के दामों में अभी भी स्थिरता बनी हुई है। आपको बता दें मंडी में टमाटर 40 से लेकर 50 रूपये, फ्रासबीन 60 से 80 रूपये, प्याज 30 और आलू 20 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहे हैं।
लहसुन और अदरक के बढ़ते दामों से रसोई में तड़के का जायका कम हो रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें Himachal Pradesh की राजधानी शिमला में लहसुन के दाम 500 रुपये प्रति किलो तक पंहुच गए हैं। पिछले एक हफ्ते में लहसुन के दाम 100 रुपये प्रति किलो तक बढे हैं। लोअर बाजार सब्जी मंडी विक्रेताओं के मुताबिक किसान आंदोलन कि वजह से बाहरी राज्यों से सब्जियों की आवक कम हो गई है।
नई फसल आने के बाद कम हो सकते लहसुन के दाम
पिछले साल लहसुन की फसल की कम पैदावार के चलते मंडी में लहसुन आवक कम हुई है और सर्दियों में इसकी डिमांड बढ़ने की वजह से दामों में वृद्धि देखने को मिल रही है। फरवरी के आखिर या मार्च के शुरुआत में नई फसल आ जाएगी, जिसके बाद कीमतों में कमी देखने को मिल सकती है। वहीं शिमला सब्जी मंडी की तुलना में उपनगरों में सब्जियां और फल 10 से लेकर 20 रुपये अधिक में बिक रहे हैं।