Ram Katha: भगवान श्री ने रावण का मारने के लिए इस अस्त्र का किया था इस्तेमाल, विभीषण ने बताया रावण का मारने का तरीका

Ram Katha

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Ram Katha: माता सीता को रावण के जाल से छुड़वाने के लिए प्रभु श्री राम लंका पहुंचे और अश्विन मास की तृतीया तिथि से शुरू होकर दशमी तिथि तक रावण और राम के बीच युद्ध लड़ा गया। अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को श्री राम ने रावण का वध कर बुराई पर अच्छाई की विजय हासिल की।

लेकिन अक्सर लोगों के दिमाग में यह प्रश्न रहता है कि भगवान श्री राम ने रावण का वध किस हथियार से किया था। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं, भगवान श्री राम ने रावण का वध अपने धनुष से नहीं बल्कि रावण के धनुष से उसका वध किया था।

Ram Katha: रावण को मारने का तरीका विभीषण ने बताया

शास्त्रों के अनुसार रावण बहुत ज्ञानी और शक्तिशाली था। भगवान श्रीराम के लिए भी उसे मारना काफी ज्यादा मुश्किल था। लेकिन विभीषण ने श्री राम को रावण का मारने का तरीका बताया। विभीषण ने बताया कि उसे एक विशेष अस्त्र से नाभि पर प्रहार करके ही मारा जा सकते हैं। उसके बिना रावण का मरना असंभव है।

Ram Katha

Ram Katha: युद्ध में हैं दो प्रकार के धनुष का जिक्र

राम जी और रावण के बीच चले युद्ध में दो प्रकार के धनुष का जिक्र मिलता है। एक धनुष जो बांस का था और दूसरा धनुष जिसे वह हमेशा साथ रखते थे, इसे कोदंड कहा जाता था। इसे सिर्फ राम जी धारण करते थे। कहा जाता है कि इस धनुष से छोड़ा गया बाण अपने लक्ष्य को भेद कर ही वापस आता है। ऐसे में श्री राम इसका बहुत आवश्यकता होने पर ही इसका प्रयोग करते थे।

Ram Katha

वही रावण को मारने के लिए जिस अस्त्र का इस्तेमाल किया गया था वह दिव्यास्त्र था। विभीषण ने राम जी को इसकी जानकारी दी थी। शास्त्र के अनुसार ब्रह्मा जी ने रावण को दिया था। इस अस्त्र को रावण की पत्नी मंदोदरी के कक्ष में छिपाया गया था। इस अस्त्र को पाने के लिए हनुमान जी ने वृद्ध ब्राह्मण का रूप धारण किया तथा मंदोदरी के कक्ष में पहुंच गए।

Ram Katha

भगवान हनुमान मंदोदरी के कक्ष में पहुंचकर विभीषण ने राम जी का दिव्यास्त्र के बारे में बता दिया,जो आप के कक्ष में रखा है। यह सब उन्होंने वृद्ध ब्राह्मण का वेश धारण किए हुए ही कहा और मंदोदरी से उसे कहीं और छिपाने की बात गई।

हनुमान जी की यह बात सुनकर मंदोदरी घबरा गई और तुरंत उस स्थान से बाण निकाली हनुमान जी शीघ्र अपने ही रूप में आ गए और उन्होंने मंदोदरी से वह अस्त्र छिना और आकाश मार्ग में निकल गए।

Firenib
Author: Firenib

EMPOWER INDEPENDENT JOURNALISM – JOIN US TODAY!

DEAR READER,
We’re committed to unbiased, in-depth journalism that uncovers truth and gives voice to the unheard. To sustain our mission, we need your help. Your contribution, no matter the size, fuels our research, reporting, and impact.
Stand with us in preserving independent journalism’s integrity and transparency. Support free press, diverse perspectives, and informed democracy.
Click [here] to join and be part of this vital endeavour.
Thank you for valuing independent journalism.

WARMLY

Chief Editor Firenib

24 Responses

  1. Pingback: Sbobet777

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

2024 में भारत के प्रधान मंत्री कौन होंगे ?
  • नरेन्द्र दामोदर दास मोदी 47%, 98 votes
    98 votes 47%
    98 votes - 47% of all votes
  • राहुल गाँधी 27%, 56 votes
    56 votes 27%
    56 votes - 27% of all votes
  • नितीश कुमार 22%, 45 votes
    45 votes 22%
    45 votes - 22% of all votes
  • ममता बैनर्जी 4%, 9 votes
    9 votes 4%
    9 votes - 4% of all votes
Total Votes: 208
December 30, 2023 - January 31, 2024
Voting is closed