नहाने के बाद हमारा शरीर साफ सुथरा हो जाता है, कहा जाता है नहाने से थकान दूर हो जाती है, शरीर से गंदगी साफ हो जाती है। नहाने से एक गंभीर और अचानक होने वाली समस्या आप फेस कर सकते हैं, जो सीधा आपकी जान भी ले सकती हैं? नहाना हमारे जीवन का महत्वपूर्ण लक्ष्य है, जो ताजगी को बढ़ाता है लेकिन क्या आप जानते है नहाने का तरीका गलत होने पर यह हमारी सेहत के लिए भी हानिकारक भी हो सकता है। गलत तरीके से नहाने से ब्रेन हैमरेज जैसी गंभीर समस्याएं भी हो सकती हैं। आइए जानते हैं कि नहाने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि आप सुरक्षित रहें।
शॉवर से नहाना कितना गंभीर?
आज के समय में हर कोई शॉवर से नहाने लगा है क्योकि नहाने का सबसे आसान तरीका होता है इसमें पानी भरने या मग से बार बार पानी डालने की जरूरत नहीं होती है क्योकि एक बार शॉवर चलाने से पूरी बॉडी गीली हो जाती है शॉवर से नहाने से कई तरह के नुकसान भी होते है जिसमें लकवा और ब्रेन हैमरेज शामिल है। दरअसल होता कुछ ऐसा है कि जब हम शॉवर ऑन करते हैं, तो उससे निकलने वाला पानी सीधा हमारे सिर पर अटैक करता है, जिससे ब्रेन की नसें सिकुड़ने लगती हैं। पैरालिसिस या लकवा की बीमारी में मांसपेशियों की कार्यक्षमता प्रभावित हो जाती है। पानी का सीधा नसों पर पड़ने से यह जाम हो जाती है।
इस वजह से होता है ब्रेन हैमरेज
शॉवर से नहाने पर सिर पर सीधा पानी पड़ने से दिमाग का तापमान बिगड़ जाता है जिस कारण ब्रेन हैमरेज होता है ऐसा करने से ब्रेन में ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो जाता है या ब्लड वेसल्स में कई बार चोट लग जाती है। वही अगर आप अचानक गर्म पानी या ठंडे पानी नहाते है तो इससे बीपी बढ़ सकता है बीपी तेज होने ब्रेन पर दबाव पड़ता है और इससे ब्रेन हैमरेज हो सकता है।
गलत तरीके से नहाने से बढ़ सकती है दिक्क्त
अगर आप शॉवर से नहाते हैं, तो अचानक ठंडे पानी के पड़ने से शरीर का तापमान असंतुलित हो सकता है। इससे बीपी बढ़ता है, जो हार्ट स्ट्रोक या ब्रेन हैमरेज का कारण हो सकता है।
शॉवर में खड़ा रहना पड़ता है। ज्यादा समय तक खड़े रहने से भी हृदय और मस्तिष्क पर तुरंत नकारात्मक असर पड़ सकता है।
ठंडे पानी के शॉवर से नहाने पर शरीर में शॉक पैदा हो सकता है, जिससे ब्लड को पंप करने में दिक्कत हो सकती है। इससे लकवा या पैरलिसिस हो सकता है।
शॉवर में नहाते समय अगर आप अचानक सिर को ऊपर या नीचे झुकाते हैं, तो भी ब्लड सर्कुलेशन में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जिससे बेहोशी, सिरदर्द, या ब्रेन में खून का दबाव बढ़ सकता है, जो ब्रेन हैमरेज का एक और कारण बन सकता है।
