Himachal News: तस्वीरों के अंदर क्रेशर के लिए लीज़ पर ली गई जमीन के ऊपर पनोग से अजरोली ओर नीचे रोनहाट, हरिपुरधार, राजगढ़, सोलन के लिए पीडब्ल्यूडी का मुख्यमार्ग बना है।
क्रेशर प्लांट के ऊपर से जा रही पनोग अजरोली सड़क से पीडब्ल्यूडी विभाग से एनओसी लेकर क्रेशर प्लांट के लिए सड़क निकली है,
खनन में निकल रहे वेस्ट व बिना पीडब्ल्यूडी की अनुमति के निचली तरफ से निकली
जबकि प्लांट के निचले तरफ से रोनहाट सोलन मार्ग से प्लांट को जोड़ने के लिए एक और सड़क निकली गई है।क्रेशर प्लांट में लगातार हो रहे अवैज्ञानिक खनन से 70 डिग्री के खड़े पहाड़ी पर बनी पीडब्ल्यूडी सड़क अंडरकट के कारण भविष्य में जमीदोज हो जाएगी। खनन में निकल रहे वेस्ट व बिना पीडब्ल्यूडी की अनुमति के निचली तरफ से निकली गई सड़क पर बारिश में जमा पानी से पीडब्ल्यूडी की लगभग 100 मीटर से भी अधिक सड़क सहित कुछ वर्ष पूर्व बानी सुरक्षा दीवार, पुलिया व मैटल रॉड बिल्कुल बर्बाद कर चुका है,
मैटेरियल प्लांट के नीचे 80 डिग्री स्लोप में पीडब्ल्यूडी सड़क पर सीधा डंप किया जाता है
हल्की सी बरसात के बाद क्रेशर खनन का सारा मालवा सड़क पर जमा होने से कई दिनों तक आवाजाही बंद पड़ जाती है और दलदल वाली स्तिथि बनने से पैदल यात्री घुटनों तक दलदल में डूब कर पार करने के लिए मजबूर है।क्रेशर पर तैयार मैटेरियल प्लांट के नीचे 80 डिग्री स्लोप में पीडब्ल्यूडी सड़क पर सीधा डंप किया जाता है तथा सालो से लगभग सड़क के 2 किलोमीटर के दायरे के अंदर मैटेरियल जमा किया जाता जिससे 2 साल पहले सड़क पर बिछी मटलिंग उखाड़ गई है, मंत्री हर्षवर्धन चौहान अक्सर इस क्षेत्र से विजिट कर चुके हैं, लैकिन क्रेशर मालिक हर्षवर्धन के काफिले में शामिल होने से पीडब्ल्यूडी के नुकसान की कोई कार्यवाही नही होती.क्रेशर प्लांट का तैयार माल प्लांट और पीडब्ल्यूडी सड़क तक बनी संकरी खाई के माध्यम से सीधा सड़क पर डंप किया जाता है, प्लांट के आगे कोई सुरक्षा दीवार नही बनी है न ही प्लांट के पास कच्चा माल व तैयार माल को रखने की व्यवस्था है, इसलिए तैयार माल की बेल्टकॉन्वेयर सीधे संकरी नाले में मालवा डंप कर सड़क तक पहुचाया जाता है जहां बनी पीडब्ल्यूडी की पुलिया सालों से बंद है।भारी बारिश के कारण प्लान के ठीक निचे ऊपर से आए क्रेशर के कारण सड़क बंद पड़ जाती है, अचानक ऊपर से पानी के साथ आए क्रेशर प्लान के तैयार मैटेरियल से गाड़ियां दबने की नोबत तक बन आती है, पीडब्ल्यूडी विभाग राजनीतिक दबाव के चलते या भर्ष्टाचार में लिप्त होने से सालों से कोई कार्यवाही अम्ल में नही ला रहे हैं।
सड़क पर उतरे जा रहे क्रेशर को उठाने के लिए नोटिस दिया गया है
निजी क्रेशर से हुए नुकसान का टेंडर डाल कर ठेकेदारों की मिलीभगत से भ्र्ष्टाचार का सिलसिला लगातार चल रहा है,अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी मण्डल शिलाई ने मामले पर गोलमोल प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सड़क पर उतरे जा रहे क्रेशर को उठाने के लिए नोटिस दिया गया है, तथा प्लांट लिंक मार्ग से बरसात में निकलने वाले मलवे को हटाने के आदेश क्रेशर मालिक को दिए जाते है।लेकिन क्रेशर प्लांट से बर्बाद दीवारों, पुलिया व सड़क टायरिंग का कोई भी जुर्माना अब तक क्रेशर मालिक पर नहीं लगाया गया है।
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