Himachal Political Crisis : हिमाचल प्रदेश की राजनीती में इस समय काफी हलचल मची हुई है जिसका कारण है कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार खतरे में नज़र आ रही है। आपको बता दें हाल ही में राज्य की एक राज्यसभा सीट के लिए हुए चुनाव भारतीय जनता पार्टी ने बाजी मार ली है। इसी के साथ प्रदेश के राजनीतिक घटनाक्रमों में तेज़ी देखने को मिल रही है। कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने बागी विधायकों को मनाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेता जयराम ठाकुर बुधवार सुबह 8 बजे राजभवन पंहुचे और उन्होने राज्यपाल से मुलाकात करके उन्हें मौजूदा राजनीतिक हालात से अवगत करवाया। आपको बता दें पंचकूला में ठहरे कांग्रेस के 6 बागी विधायक और 3 निर्दलीय होटल से निकल चुके हैं। आपको बता दें विधानसभा की कार्यवाही के दौरान बढ़ते हंगामे को देखते हुए बीजेपी विधायक जनक राज को मार्शल द्वारा बाहर ले जाया गया।
Himachal Political Crisis : बीजेपी के 15 विधायकों को सदन से किया गया निष्कासित
आपको बता दें जब राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस विधायक रवि ठाकुर विधानसभा पहुंचे, तब उनसे सवाल किया गया कि वह कांग्रेस के साथ हैं या भाजपा के, जिस पर उन्होंने जवाब दिया कि वह भाजपा के साथ हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें बीजेपी के 15 विधायक जिन्हे सदन से निष्कासित किया गया था राज्यपाल से मिलने पंहुचे।
सूत्रों से खबर मिली है कि कांग्रेस पार्टी का आलाकमान सुखविंदर सिहं सुक्खू को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए तैयार हो गया है। हिमाचल विधानसभा में हंगामे और स्पीकर के खिलाफ नारेबाजी के बीच मार्शल बुलाए गए और बीजेपी के 15 विधायकों को निष्कासित किया गया। आपको बता दें विधानसभा से निष्कासित किए गए विधायकों में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर भी शामिल हैं।
Himachal Political Crisis : विक्रमादित्य सिंह ने मंत्री पद से इस्तीफे का किया एलान
आपको बता दें प्रेस वार्ता के दौरान विक्रमादित्य सिंह ने सीएम सुक्खू पर लगातार विधायकों की आवाज दबाने का आरोप लगाते हुए मंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। हिमाचल सरकार में कैबिनेट मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मौजूदा राजनीतिक हालात को चिंता का विषय बताया और कहा कि विधायकों की आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है।